एमपी वेदर। एमपी मेें मानसूनी गतिविधिया बनी हुई हैं। कई जिलों में बारिश का रूख तेज होने के कारण डैम लबालब हो गए है और डैम को खाली करने के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। जानकारी के तहत नर्मदापुरम में तवा डैम में पानी की आवक ज्यादा होने के कारण पहले 13 गेट खोले गए थें और अब 7 गेट से पानी निकाला जा रहा हैं। इसी तरह रतलाम में गुरुवार सुबह तेज बारिश का दौर जारी रहा। पिछले 24 घंटो से रूक-रूक कर हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए। इतना ही नही सैलाना के केदारेश्वर महादेव मंदिर का झरना पानी की रफ्तार में बह गया और मंदिर के अंदर पानी भर जाने से भक्तों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि पानी के तेज बहाव के चलते तीसरी बार यह झरना बहा है। इससे पहले बीते 24 घंटो के दौरान रतलाम, दमोह में भारी बारिश हुई है, जबकि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन समेत 30 से ज्यादा जिलों में बारिश रिकार्ड की गई है।
रेलवे अंडर ब्रिज में भरा पानी
शिवपुरी जिले के कोलारस में बारिश के चलते ऊकाबल रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भर गया। ब्रिज से ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। टीकमगढ़ में धसान नदी पर बने बान सुजारा बांध के दोपहर 3 गेट खोले गए है और पानी छोड़ा जा रहा है।
इन जिलो में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटो के दौरान नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर जिले में बारिश का अलर्ट जारी किया हैं। यहां साढ़े 4 इंच तक बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, बैतूल, मंडला से होते हुए एक मानसून ट्रफ गुजर रही है। वहीं, दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन का असर भी है। इस वजह से प्रदेश में बारिश का दौर चल रहा है। मौसम विभाग ने आगामी 72 घंटो के दौरान एमपी के कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। ज्ञात हो कि इस वर्ष 16 जून से एमपी में मानसूनी बारिश शुरू हुई थी और अब तक में औसत 32.4 इंच बारिश हो चुकी है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है।
बारिश के लिए ऐसा टोटका
मंदसौर में अच्छी बारिश के लिए पार्षद प्रतिनिधि ने टोटका किया। बुधवार रात शमशान घाट में काल भैरव के समक्ष तांत्रिक क्रिया की। इसके बाद गधों से बुआई कराई। आगामी दिनों में अच्छी बारिश होती है तो इन गधों को गुलाब जामुन खिलाए जाएंगे।