क्या अदिना मस्जिद कभी मंदिर था? युसूफ पठान की पोस्ट से नया मुद्दा शुरू

Was the Adina Mosque ever a temple: भारतीय क्रिकेटर युसूफ पठान (Yusuf Pathan) ने हाल ही में पश्चिम बंगाल के मालदा में स्थित ऐतिहासिक अदिना मस्जिद (Adina Mosque) की तस्वीरें शेयर कीं, जिसके बाद सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया। पठान ने 16 अक्टूबर 2025 को X पर पोस्ट में इस 14वीं सदी की मस्जिद को ऐतिहासिक और वास्तुशिल्पीय महत्व का बताया, लेकिन कुछ यूजर्स ने दावा किया कि यह मस्जिद कभी हिंदू मंदिर (Adinath Temple) थी, जिसे तोड़कर बनाया गया।

साथ ही, मस्जिद की दीवारों पर दिख रही भगवान गणेश (Ganesha Idol Adina Mosque) की खंडित प्रतिमाओं का हवाला देकर इसे सांप्रदायिक बहस का मुद्दा बना दिया। एक यूजर ने लिखा, “यह अदिना मस्जिद नहीं, अदिनाथ मंदिर का अवशेष है। गणेश जी की मूर्तियां साबित करती हैं कि इसे मंदिर से मस्जिद बनाया गया।

अदिना मस्जिद का इतिहास:

History of Adina Mosque: अदिना मस्जिद को 1373-1375 के बीच सुल्तान सिकंदर शाह (Sultan Sikandar Shah) ने बनवाया, जो इलियास शाही वंश (Ilyas Shahi Dynasty) के दूसरे शासक थे। यह मालदा के पांडुआ शहर (Pandua Historical City) में स्थित है, जो उस समय बंगाल सल्तनत की राजधानी थी। मस्जिद को उस दौर की सबसे बड़ी इस्लामी संरचना माना जाता है, जो उमय्यद मस्जिद, दमिश्क (Umayyad Mosque Influence) की शैली में बनी है।

इसका वास्तुशिल्प बंगाली, अरबी, फारसी और बाइज़ेंटाइन प्रभावों का मिश्रण है। मस्जिद में टेराकोटा सजावट (Terracotta Ornamentation) और मेहराबों की शानदार डिज़ाइन देखी जा सकती है, जो उस समय की कला का प्रतीक है। 19वीं सदी में भूकंप से क्षतिग्रस्त होने के बाद यह धीरे-धीरे वीरान हो गई, लेकिन अब एक संरक्षित स्मारक के रूप में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित है।

क्या अदिना मस्जिद आदिनाथ मंदिर था

Was Adina Mosque the Adinath Temple: कुछ समूहों का दावा है कि अदिना मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर, खासकर जैन मंदिर ‘अदिनाथ मंदिर’ (Adinath Jain Temple Theory), को तोड़कर किया गया। इस दावे का आधार मस्जिद की दीवारों पर मिलीं खंडित मूर्तियां हैं, जिनमें भगवान गणेश की प्रतिमा (Ganesha Sculptures) शामिल है। एक तस्वीर में दीवार पर एक मूर्ति दिख रही है, जो गणेश जी की शैली में प्रतीत होती है, जिसमें हाथी का सिर और वाद्य यंत्र पकड़े रूप देखा जा सकता है। कुछ लोग इसे हिंदू-जैन प्रभाव का प्रमाण मानते हैं, और दावा करते हैं कि ये मूर्तियां मस्जिद निर्माण से पहले की हैं।

युसूफ पठान ने 16 अक्टूबर 2025 को X पर अदिना मस्जिद की तस्वीरें शेयर करते हुए इसे ऐतिहासिक महत्व का बताया। उन्होंने लिखा, “अदिना मस्जिद, मालदा, पश्चिम बंगाल, 14वीं सदी में बनी, भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक।” लेकिन इस पोस्ट के बाद कुछ यूजर्स ने इसे मंदिर से जोड़ा। एक यूजर ने लिखा, “यह मस्जिद नहीं, अदिनाथ मंदिर का ध्वंसावशेष है। गणेश जी की मूर्तियां साबित करती हैं।” दूसरे ने कहा, “यह तोड़-फोड़ की मिसाल है, इसे मंदिर के रूप में बहाल करना चाहिए।” इस विवाद में कुछ ने युसूफ पठान पर भी सवाल उठाए, हालांकि उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

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