Vishal Patil support Congress : कौन हैं विशाल पाटिल? खुद ही दे दिया कांग्रेस को समर्थन

Vishal Patil support Congress : लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद अब निर्दलीय नवनिर्वाचित सांसदों पर सबकी नजरें अटकी हैं। इस चुनाव में NDA को 292 और INDIA को 234 सीटें मिली हैं। जबकि 17 सीटें निर्दलीय प्रत्याशियों को मिली। इनमें 7 निर्दलीय सांसदों ने NDA को अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है। इस बीच कांग्रेस ने भी अपना शतक पूरा कर लिया। निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल ने कांग्रेस को अपना समर्थन पत्र सौंपा है। जिससे कांग्रेस 99 से 100 सीटों तक पहुंच गई है। अब कांग्रेस की 100 सीटें और इंडिया गठबंधन की 235 सीटें हो गई हैं। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि विशाल पाटिल कौन है और क्यों हारने वाले दल का समर्थन किया।

सांगली में विशाल पाटिल की बढ़ी जीत

दरअसल नवनिर्वाचित निर्दलीय सांसद विशाल प्रकाशबापू पाटिल (Vishal Patil Independent MP) ने लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र के सांगली सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने बीजेपी के संजय काका पाटिल को एक लाख 53 वोटों के बड़े अंतर से हराकर जीत हासिल की है। बीजेपी प्रत्याशी संजय काका दो बार इस सीट से सांसद बन चुके हैं। इस सीट पर उन्होंने इंडिया गठबंधन व उद्धव की शिवसेना यूबीटी के प्रत्याशी चंद्रहार पाटिल को चुनाव में बुरी तरह हराकर मैदान से ही बाहर कर दिया।

विशाल पाटिल ने कांग्रेस को दिया समर्थन (Vishal Patil support Congress)

महाराष्ट्र की सांगली सीट से निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद विशाल पाटिल ने कांग्रेस का समर्थन (Vishal Patil support Congress) किया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे को अपना समर्थन पत्र सौंपा है। जिसके बाद अब कांग्रेस के पास 100 सीटें हो गई हैं। पहले कांग्रेस के पास 99 सीटें थीं। इस चुनाव में कुल 17 निर्दलीय सांसद चुने गए हैं। जिनमें 7 सांसदों ने भाजपा को समर्थन पत्र सौंपा है। अब 9 निर्दलीय सांसद बचें हैं। माना जा रहा है कि इनमें कुछ कांग्रेस को समर्थन दें सकते हैं।

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कौन हैं विशाल पाटिल? (Vishal Patil support Congress)

लोकसभा चुनाव 2024 में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले विशाल पाटिल कांग्रेस का ही हिस्सा हैं। वह महाराष्ट्र में लंबे समय से कांग्रेस के लिए काम करते आ रहें हैं। उन्होंने साल 1998 में कांग्रेस ज्वाइन की थी। उनके पिता भी कांग्रेस के लिए काम करते थे। पिता के निधन के बाद विशाल कांग्रेस से पूरी तरह जुड़ गए। इस चुनाव में कांग्रेस सांगली सीट से विशाल पाटिल को ही उम्मीदवार बनाना चाहती थी। मगर इंडिया गठबंधन से महाविकास अघाड़ी के जुड़ने के बाद सीट शेयरिंग में सांगली सीट उद्धव की शिवसेना यूबीटी को मिल गई। इस वजह से कांग्रेस के विशाल पाटिल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। उनके इस फैसले में कांग्रेस ने भी गुपचुप तरीके से उनका समर्थन किया।

कांग्रेस ने की थी विशाल की मदद

जब कांग्रेस को पता चला कि विशाल पाटिल निर्दलीय चुनाव लड़ रहें हैं तो कांग्रेस की पूरी मिशनरी ताकत उनके साथ जुट गई। हालांकि कांग्रेस ने विशाल का समर्थन खुलकर नहीं किया। मगर यह भी सच है कि विशाल पाटिल की जीत के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खूब पसीना बहाया। यही कारण है कि विशाल ने अपना समर्थन (Vishal Patil support Congress) कांग्रेस को सौंप दिया।

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सालों से कांग्रेस का गढ़ थी सांगली सीट

महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट पर भले ही पिछले 10 साल से भाजपा सांसद ने राज किया। मगर इस सीट का इतिहास देखने से पता चलता है कि यह सीट कांग्रेस का गढ़ है। सांगली सीट 1962 में अस्तित्व में आई थी। तब से लेकर 2009 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था। फिर साल 2014 और 2019 में इस सीट पर बीजेपी के संजय काका पाटिल ने जीत हासिल की थी।

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