Vishal Dadlani Birthday: संगीत की हर बारीकी से वाकिफ विशाल ददलानी अपने हुनर से मचा रहे धूम

Vishal Dadlani Birthday

नाज़िया बेग़म

Vishal Dadlani Birthday: इस जहां में कुछ ही चुनिंदा लोग होते हैं जिसे खुदा अपनी नेमत का खज़ाना देकर भेजता है कुछ ऐसी काबिलियत उनके अंदर होती है कि वो बिना ज़्यादा मेहनत मशक्कत किए अपने हुनर में माहिर हो जाते हैं जिसे हम कहते हैं कि ये उन्हें गॉड गिफ्ट है, कुछ ऐसे ही संगीत, की हर बारीकी से वाकिफ हैं विशाल ददलानी जो हमारी फिल्मों में कभी गायक, कभी गीतकार, कभी संगीतकार और कभी बतौर अभिनेता भी शामिल होते हैं । विशाल ने अपनी संगीतकार जोड़ी के रूप में चुना है शेखर रावजियानी को जिसमें आपका नाम विशाल शेखर लिया जाता है।

बचपन से संगीत का शौक
विशाल 28 जून 1973 को मुंबई में पैदा हुए और बचपन से संगीत का शौक रखते और गीत गाते थे , विशाल ददलानी की संगीत यात्रा 1994 में मुंबई स्थित इलेक्ट्रॉनिका/इंडी-रॉक बैंड पेंटाग्राम से शुरू हुई , जिसके वो प्रमुख हैं पेंटाग्राम को भारतीय स्वतंत्र संगीत के अग्रदूतों में से एक के रूप में मान्यता मिली है जिसमें उन्होंने,वॉयस, टुमॉरो डिसाइडेड, मस्ट आई, लव ड्रग क्लाइम्बडाउन के ज़रिए अपनी बेमिसाल गायकी का जलवा दिखाया। बैंड में काम करते हुए, विशाल को झंकार बीट्स , ब्लफ़ मास्टर और सलाम नमस्ते जैसी फिल्मों से बॉलीवुड संगीतकार, गायक और गीतकार के रूप में शोहरत मिली। 1999 में, विशाल-शेखर , बॉलीवुड की संगीत रचना/निर्माण और प्रदर्शन करने वाली जोड़ी के रूप में उभरे, विशाल ददलानी और शेखर रवजियानी ने हिंदी, तेलुगु, तमिल और मराठी फिल्मों में बतौर जोड़ी संगीत दिया । विशाल ने गाने की शुरुआत ‘ प्यार में कभी कभी ‘ गीत गा के की थी पर आपको 2003 में प्रसिद्धि मिली जब उन्होंने फिल्म झंकार बीट्स के लिए गीत गाए , जिसमें “तू आशिकी है” गाना भी शामिल था जिसे खूब पसंद किया गया। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर में नए संगीत प्रतिभा के लिए आरडी बर्मन पुरस्कार मिला।

पार्श्वगायक के रूप में पहला ब्रेक
विशाल को पार्श्वगायक के रूप में पहला ब्रेक तब मिला जब शंकर-एहसान-लॉय ने उन्हें फिल्म झूम बराबर झूम के लिए “किस ऑफ लव” गाने के लिए कहा था लेकिन कुछ कारणों से ” धूम अगेन ” ट्रैक उस से पहले रिकॉर्ड किया गया । 2005 में आपने कई सुपर हिट फिल्मों का संगीत दिया जिनमें ,दस (2005), ब्लफ़मास्टर (2005), आई सी यू (2006), ओम शांति ओम (2007), बचना ऐ हसीनों (2008), दोस्ताना (2008), अनजाना अनजानी (2010), रा.वन (2011), स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर (2012), चेन्नई एक्सप्रेस (2013), बैंग बैंग! (2014), हैप्पी न्यू ईयर (2014), सुल्तान (2016), और बेफ़िक्रे (2016) शामिल हैं। आज आपको दुनिया भर में गीत संगीत के रचयिता और गायक के रूप में जाना जाता है, और उनकी आवाज़ को भी उनके संगीत की तरह ही पसंद किया जाता है अब तक वो 60 से अधिक फिल्मों के लिए संगीत तैयार कर चुके हैं, 300 से अधिक गाने रिलीज़ किए हैं और दुनिया भर में 1,000 से अधिक शो कर चुके हैं , जब फिल्म ओम शांति ओम के संगीत ने धूम मचाई तो ये साबित हो गया कि आप भारतीय संगीत के साथ पश्चिमी धुनों के प्रयोग में भी पारंगत हैं जिसके बाद से ही उनकी कमियाबी का सिलसिला शुरू हुआ जो आज तक जारी है और हम उम्मीद करते हैं आगे भी जारी रहेगा ।

विभिन्न शैलियों में गाये गाने
एक गायक के रूप में उन्होंने विभिन्न शैलियों के लिए कई हिट गाने गाए हैं जिनमें धूम अगेन , कुर्बान हुआ , जी ले ज़रा , मरजाइयां , आई फील गुड , जब मिला तू , तू मेरी , स्वैग से स्वागत , बाला , हरफनमौला , खुदा हाफिज शामिल हैं।
संगीत निर्देशक के रूप में, उन्होंने ओम शांति ओम , अनजाना अनजानी , दोस्ताना , आई हेट लव स्टोरीज , बैंग बैंग!, सुल्तान , स्टूडेंट ऑफ द ईयर , बेफिक्रे , वॉर आदि जैसी फिल्मों के लिए संगीत रचना की है ,हम दुआ करते हैं उनका ये सिलसिला यूं ही चलता रहे ।

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