इन दिनों कुम्भ मेले की तमाम खबरे सोशल मिडिया पर वायरल हो रही हैं। इस बार तो कहा जा रहा है कुम्भ में 40 करोड़ लोगों की जाने की सम्भावना है जहाँ तमाम जगहों से साधु संत, आचार्य और शंकराचार्य आदि शामिल होने जा रहे हैं। पर इन दिनों कुम्भ की ही खबरों के बीच एक साध्वी जिनका नाम हर्षा है उनकी खबरे जानकर वायरल हो रही है. उनको लेकर दावा किया जा रहा है कि साध्वी हर्षा कुंभ की सबसे खूबसूरत साध्वी है. लेकिन इसके पीछे की सच्चाई कुछ और है, जो सोशल मीडिया पर बवाल मचा रही है…. चलिए आपको पूरा बात से मुखातिब कराते हैं।
साध्वी की वायरल हैं कई रील्स :
दरअसल, प्रयागराज महाकुंभ 2025 में चर्चा का केंद्र बनी कथित साध्वी हर्षा इन दिनों अपनी धार्मिक यात्रा कुंभ पर है, जहाँ वो डुबकी लगाने के लिए पहुंची थी। हाल ही में सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वो प्रॉपर साध्वी का लबादा ओढ़े खुद को महामंडलेश्वर की शिष्या बताती हुई दिखाई दे रही है. लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी पोल सबके सामने खोल कर रख दी है. साथ ही उनका कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए है, जहां वो धर्म की दुनिया से दूर वेस्टर्न ड्रेस पहने रील बनाती दिखाई दे रही हैं।
वीडियो को सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफार्म से शेयर किया गया है, ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को लेकर तरह तरह के रिएक्शन भी दे रहे हैं।
मैं साध्वी नहीं हूँ : हर्षा
हालाँकि इन सब बातों को लेकर वायरल साध्वी हर्षा का भी बयान सामने आया है। हर्षा ने दावा किया है की इन सब चीजों से पिछले दो सालों से वो दूर है और साध्वी बनकर अपना जीवन जी रही हैं. हर्षा का कहना है की “ मैंने कहीं ऐसा नहीं बोला है कि मैं बचपन से साध्वी हूं. साध्वी मैं अभी भी नहीं हूं. मैं इस ओर बढ़ रही हूं. मुझे सोशल मीडिया और लोगों ने साध्वी हर्षा का टैग दे दिया. हर्षा ने कहा, “मैं बार-बार क्लियर कर रही हूं साध्वी होना खुद में बहुत बड़ी बात है. बहुत सारी परंपराएं, बहुत सारे संस्कार करने पड़ते हैं एक इंसान को साध्वी बनाने के लिए. मैंने कुछ भी नहीं किया है मैंने बस मंत्र दीक्षा ली है और इसे कोई भी ले सकता है..मेरी पुरानी तस्वीरों को दिखाया जा रहा है तो मैं ये बोलती हूं कि हां मैं एंकरिंग फील्ड से आई हूं. इसमें प्रॉब्लम क्या है. सबका एक पास्ट एक पुरानी लाइफ होती है. मैं चाहती तो अपनी पुरानी सारी वीडियो और फोटोज डिलीट कर सकती थी लेकिन वो मैंने नहीं किया क्योंकि मैं अपनी एक जर्नी युवाओं के सामने रखना चाहती हूं कि मैं वहां से यहां तक का सफर तय कर सकती हूं तो मुझे लगता है कि कोई भी कर सकता है.”
साध्वी हर्षा पर उठे सवाल :
इसके अलावा हर्षा का कहना है की वो आचार्य महामंडलेश्वर से डेढ़ साल पहले मिली पर आचार्य ने उन्हें उनका काम छोड़ने को कभी नहीं बोला उनका कहना था की अपना काम करते हुए भी भक्ति की जा सकती है पर हर्षा ने अपना प्रोफेशन छोड़ा तो ये उनका फैसला था। वैसे हर्षा को इस लाइन में आये कुछ ही दिन हुए है ऐसे में कुम्भ में उन्हें महामंडलेश्वर के रथ में देखा गया तो ये भी लोगों के लिए थोड़ा सा शॉकिंग था क्योंकि ये बात हर्षा ने खुद ही बता रखी है की वो पूरी तरह साध्वी नहीं बनी हैं.और उन्होंने अभी डिसाइड नहीं किया है की वो शादी करेंगी या नहीं….
ऐसे में उनपर सवाल उठने लगे की अगर वो पूरी तरह साध्वी नहीं है तो वो महामंडलेश्वर के रथ पर कैसे बैठ गयी और महाकुम्भ का पहला शाही स्नान कैसे कर लिया।
शंकराचार्य ने उठाए सवाल :
इसको लेकर आम लोगों ही नहीं बल्कि शंकराचार्य अविमुकितेश्वरानन्द ने भी सवाल किया उन्होंने कहा कि ”जो अभी यह नहीं तय कर पाया है कि संन्यास की दीक्षा लेनी है या शादी करनी है, उसे संत महात्माओं के शाही रथ पर जगह दिया जाना उचित नहीं है. श्रद्धालु के तौर पर शामिल होती तब भी ठीक था, लेकिन भगवा कपड़े में शाही रथ पर बिठाना पूरी तरह गलत है. इसको लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि सनातन के प्रति समर्पण होना जरूरी होता है. महाकुंभ में चेहरे की खूबसूरती नहीं, बल्कि मन की खूबसूरती देखी जानी चाहिए थी. जिस तरह पुलिस की वर्दी सिर्फ पुलिस में भर्ती लोगों को मिलती है, इस तरह भगवा वस्त्र सिर्फ सन्यासियो को ही पहनने की अनुमति होती है।”
हर्षा ने साथी को वश में करने का बताया मंत्र :
वैसे सवाल तो सवाल ही हैं हर्षा का इसके साथ मज़ाक भी जम कर बनाया जा रहा है। क्योंकि हर्षा खुद ही कहती हैं की वो साध्वी नहीं बानी है पर इसके ऊपर वो लोगों को वश में करने का मंत्र भी बताती है वो भी ऐसा मंत्र जिसको सुनने के बाद या तो आप हसेंगे या बोलेंगे ये क्या है?
वैसे हर्षा का कहना जो भी हो पर उनके उनके ऊपर उठने वाले सवाल कम नहीं हो रहे हैं। क्योंकि इनको देख कर लोगों का कहना यही है की ये सब उनका पब्लिसिटी स्टंट है और ये सब जो उन्होंने किया है वो खबरों में आने के लिए फेमस होने के लिए किया।