विंध्य को मिला 40 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व!

Vindhya Politics

CM Mohan Cabinet: काफी विचार विमर्श के बाद मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया. चाय की टापरी से लेकर गली मोहल्लों, दफ्तरों में चल रहे तमाम कयासों पर आखिरकार विराम लग ही गया. सोमवार 25 तारीख को मोहन सरकार के 28 मंत्रियों ने शपथ ली. जिसमें से 18 केंद्रीय मंत्री और 6 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 राज्य मंत्री बनाए गए हैं.

Vindhya Politics: भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में एक बार फिर से सबको चौंका दिया है. तमाम कयासों और बड़े चेहरों आखिरकार विराम लगा पार्टी ने प्रदेश में 28 में से 17 नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह दी है. मोहन की इस सेना में कई नाम ऐसे हैं जिनकी शायद ही किसी ने ऐसी कल्पना की रही होगी की इनको मंत्री मंडल में जगह दी जाएगी। हालांकि छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ऐसे अनुमान जरूर लगाए जा रहे थे कि, मंत्रिमंडल में कई नए और युवा चेहरों को मौका दिया जा सकता है. मोहन की सिपहसालार में शामिल विंध्य की दो युवा महिला नेत्री सबका ध्यान अपनी ओर खींचा,नाम है राधा सिंह और प्रतिमा बागरी. दोनों महिला नेत्री पहली मर्तबा चुनाव जीतकर कर विधानसभा पहुंची थी, और उन्हें राज्य मंत्री का पद दिया गया है. बता दें कि मोहन सरकार में 28 मंत्रियों में से 5 महिलाओं को शामिल किया गया है. इन 5 महिलाओं में से 2 विंध्य क्षेत्र से आती हैं. इस लिहाज से देखा जाए तो टोटल टोटल महिला मंत्रिमंडल में से 40 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व विंध्य को मिला है. आइए इन दो महिला नेत्री के बारे में विस्तार से बताते हैं.

प्रतिमा बागरी

Who is Pratima Bagri: भाजपा के सतना संगठन की महामंत्री प्रतिमा बागरी (Pratima Bagri)ने इस साल बार के विधानसभा चुनाव में कल्पना वर्मा को 36 हजार 124 वोटों के बड़े अंतराल से पराजित कर भारतीय जनता पार्टी को जीत दिलाई। भाजपा का गढ़ मणि जाने वाली रैगांव रिजर्व सीट पर पूर्व मंत्री जुगुल किशोर शुक्ल के निधन के बाद हुए उपचुनाव के बाद न सिर्फ प्रतिमा बागरी की हार हुई थी बल्कि भाजपा को अपनी सीट भी गंवानी पड़ी थी. उपचुनाव में हार के बाद भी प्रतिमा बागरी लगातार क्षेत्र में बानी रहीं। 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रतिमा बागरी ने बड़े अंतराल से अपनी प्रतिद्वंदी कल्पना वर्मा को चुनाव में हराया। प्रतिमा बागरी ने सतना लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी 7 सीटों पर जीते प्रत्याशियों के मुकाबले सबसे अधिक वोटों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की. रैगांव सीट से प्रदेश मंत्रिमंडल की सदस्य बनने वाली प्रतिमा बागरी दूसरी विधायक हैं. जबकि सबसे कम उम्र में मंत्री पद की शपथ लेने वाली वो जिले की पहली विधायक हैं.

राधा सिंह

Who is Radha Singh: भाजपा से आने वाली राधा सिंह(Radha Singh) को राजनीति विरासत में मिली है। वर्ष 2008 में सिंगरौली जिला बनने के बाद पहली जिला पंचायत अध्यक्ष राधा सिंह बनी थीं, क्योंकि इससे पहले सिंगरौली खुद जिले के अस्तित्व में नहीं था। उनके ससुर भाजपा सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। बता दें कि जगन्नाथ सिंह आदिवासियों के बीच में बड़ा नाम जाना जाता है। बहू राधा सिंह की क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। चितरंगी विधानसभा में ज्यादातर आदिवासी वोटर हैं। ये आदिवासी समाज से आती हैं, आदिवासियों को साधने के लिए पार्टी ने इन्हें अपना उम्मीदवार बनाया था। वर्ष 2008 में सिंगरौली जिला बनने के बाद पहली जिला पंचायत अध्यक्ष राधा सिंह बनी थीं, क्योंकि इससे पहले सिंगरौली खुद जिले के अस्तित्व में नहीं था। जहां इस बार ससुर का टिकट काटकर बहू को दिया गया था। पिछली बार जगन्नाथ सिंह के भाई अमर सिंह को टिकट दिया गया था। इस बार उनका टिकट राधा सिंह को दिया गया। राधा सिंह ने 59879 वोट से कांग्रेस के प्रत्याशी मानिक सिंह को हरा दिया।

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