Vijayadashami Shami Puja: क्यों है विजयदशमी पर शमी पूजन इतना महत्वपूर्ण जानिए इसके दिव्य रहस्य

Vijayadashami Shami Puja

Vijayadashami Shami Puja: भारतीय संस्कृति में पर्व केवल उत्सव का अवसर नहीं होते बल्कि आध्यात्म और धर्म की स्थापना से भी जुड़े होते हैं। नवरात्रि के नौ दिनों तक माता दुर्गा की उपासना करने के बाद दसवें दिन दशहरे का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई के उपलक्ष्य में मनाया जाता है और इस दौरान एक विशेष परंपरा की भी मान्यता है वह है शमी वृक्ष पूजन। शमी वृक्ष धार्मिक और पौराणिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है इसलिए दशहरे के दिन इसकी पूजा करना कल्याणकारी माना जाता है।

Vijayadashami Shami Puja
Vijayadashami Shami Puja

शास्त्रों में वर्णित है कि महाभारत के दौरान पांडवों ने अज्ञातवास में अपने अस्त्र शस्त्र शमी के पेड़ में ही छुपाए थे और शमी वृक्ष ही उनकी विजय का सहभागी है। इसके अलावा श्री राम ने भी लंका पर विजय प्राप्त करने से पहले शमी वृक्ष की पूजा की थी। कहा जाता है कि शमी वृक्ष में माता दुर्गा और शिव दोनों का वास है। ऐसे में इसकी पूजा करने से निश्चित रूप से उनकी कृपा प्राप्त होती है। वही शमी का वृक्ष शनि देव को भी अत्यंत प्रिय है इसीलिए न्याय के देवता शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शमी के वृक्ष की पूजा अनिवार्य है।

विजयदशमी पर शमी वृक्ष की पूजन विधि

दशहरे के दिन सुबह स्नान इत्यादि कर शमी के वृक्ष के पास जाकर दीपक, पुष्प,अक्षत, जल अर्पित करना चाहिए। वृक्ष पर हल्दी सिंदूर और रोली चढ़ाकर पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि शमी वृक्ष को नारियल मिठाई और लाल वस्त्र अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिन आप शमी वृक्ष के कुछ पत्ते तोड़कर घर पर ला सकते हैं और आसपास के लोग और परिवार जनों को यह भेंट स्वरूप दे सकते हैं। माना जाता है कि शमी के पत्ते भेंट के रूप में देने से धन संपत्ति की वृद्धि होती है और विजय मिलती है।

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दशहरे के दिन शमी पूजन से जुड़े उपाय

धन प्राप्ति हेतु : दशहरे के दिन शमी वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर यदि इसके पत्तों को तिजोरी में रख दिया जाए तो माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बरसती है।

कर्ज मुक्ति हेतु: दशहरे के दिन यदि शमी की जड़ का छोटा टुकड़ा लाल कपड़े में बांधकर पूजा स्थल में रख दिया गया तो बड़े से बड़ा कर्ज चुटकियों में टल जाता है।

शत्रु बाधा निवारण हेतु: दशहरे की शाम को शमी वृक्ष की साथ पत्तियां लेकर घर के मुख्य द्वार पर रखने से शत्रु बाधा दूर होती है।

व्यापार में वृद्धि हेतु: यदि लंबे समय से आपके व्यापार में नुकसान हो रहा है तो शमी की पत्तियों को दशहरे के दिन हल्दी से रंग कर अपनी दुकान या ऑफिस में रखें इससे व्यापार में निश्चित रूप से वृद्धि होगी।

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