Vijay Mallya Podcast: भगोड़े कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) ने भारत छोड़ने के 9 साल बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखी। लंदन से राज शमानी के साथ चार घंटे के पॉडकास्ट (Vijay Mallya Raj Shamani Podcast) में उन्होंने किंगफिशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) के पतन, बैंकों के कर्ज (Vijay Mallya Bank Loans), और भारत छोड़ने के फैसले पर खुलकर बात की। विजय माल्या (Vijay Mallya Interview) ने कई बड़े दावे किए, जिनमें बैंकों की वसूली, भारत सरकार के साथ उनकी बातचीत, और निष्पक्ष सुनवाई की शर्त पर भारत लौटने की इच्छा शामिल है। इस साक्षात्कार ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया, जिसे 28 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। आइए, माल्या के दावों को विस्तार से समझते हैं।
मैंने बैंकों को चार बार सेटलमेंट का प्रस्ताव दिया
विजय माल्या (Vijay Mallya) ने दावा किया कि किंगफिशर एयरलाइंस के 2012 में बंद होने के बाद, उन्होंने 2012 से 2015 के बीच बैंकों को चार बार सेटलमेंट ऑफर (Settlement Offers) दिए। उन्होंने कहा कि बैंकों ने उनके प्रस्तावों को ठुकरा दिया, जिसके कारण मामला और जटिल हो गया। माल्या ने कहा, “मेरा इरादा हमेशा कर्ज चुकाने का था (Intention to Settle), लेकिन बैंकों ने मेरे ऑफर को स्वीकार नहीं किया।”
बैंकों ने मुझसे दोगुना से ज्यादा वसूल किया
माल्या ने दावा किया कि किंगफिशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) का मूल कर्ज 6,203 करोड़ रुपये था, जिसमें 1,200 करोड़ रुपये ब्याज शामिल था। हालांकि, उन्होंने कहा कि बैंकों ने उनकी संपत्तियों (Assets) की बिक्री से 14,131 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली की, जो उनके कर्ज से दोगुना है। माल्या ने सवाल उठाया, “अगर बैंकों ने इतना पैसा वसूल लिया, तो मुझे चोर क्यों कहा जा रहा है?
भारत छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मिला था
Vijay Mallya Arun Jaitley News: विजय माल्या (Vijay Mallya Podcast) ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया कि मार्च 2016 में भारत छोड़ने से पहले उन्होंने तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) से संसद में मुलाकात की थी। उन्होंने जेटली को बताया कि वे जेनेवा में एक मीटिंग के लिए लंदन जा रहे हैं. माल्या ने कहा, “मैंने जेटली से कहा कि बैंकों को मेरे साथ सेटलमेंट के लिए बात करने को कहें, लेकिन इसके बाद मैं संसद से सीधे दिल्ली एयरपोर्ट गया और उड़ान भर ली।”
मैं भगोड़ा नहीं, वैध कारणों से नहीं लौटा
माल्या ने “भगोड़ा” (Fugitive) के टैग को स्वीकार किया, लेकिन जोर देकर कहा कि वे भागे नहीं थे। उन्होंने कहा, “मैं एक पहले से तय यात्रा के लिए गया था। मैंने भारत न लौटने का फैसला वैध कारणों से लिया, क्योंकि मुझे लगता है कि मुझे निष्पक्ष सुनवाई नहीं मिलेगी।” माल्या ने मीडिया ट्रायल और अनुचित व्यवहार की आशंका जताई।
किंगफिशर कर्मचारियों से मांगी माफी
विजय माल्या (Vijay Mallya Interview) ने किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों (Kingfisher Employees) से दुर्लभ माफी मांगी। उन्होंने कहा, “मैं किंगफिशर के पतन (Kingfisher Collapse) के लिए सभी से माफी मांगता हूं।” माल्या ने कर्मचारियों के बकाया वेतन (Kingfisher Pending Salaries) और कंपनी के नुकसान के लिए खेद जताया, लेकिन जोड़ा कि उन्होंने कभी कोई पैसा चुराया नहीं।
निष्पक्ष सुनवाई मिले तो भारत लौटूंगा
माल्या ने कहा कि वे भारत लौटने पर विचार करेंगे (When Vijay Mallya Return to India), बशर्ते उन्हें निष्पक्ष सुनवाई और सम्मानजनक जीवन की गारंटी दी जाए। उन्होंने कहा, “मैंने कुछ गलत नहीं किया, फिर भी मुझे चोर कहा जा रहा है। अगर मुझे न्याय मिलेगा, तो मैं गंभीरता से वापसी पर सोचूंगा।”
आरसीबी की जीत पर भावुक हुए
विजय माल्या (Vijay Mallya) ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bengaluru) की हालिया आईपीएल जीत (IPL Victory) पर भी बात की। उन्होंने कहा कि 2008 में आरसीबी की स्थापना (RCB Founding) उनका सपना था, और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे खिलाड़ियों को चुनना उनका सम्मान था। माल्या ने कहा, “18 साल बाद आरसीबी की जीत ने मेरा सपना पूरा किया।”
विजय माल्या (Vijay Mallya Podcast) का यह साक्षात्कार 9 साल बाद उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति है, जिसने भारत में हलचल मचा दी है। उनके दावों ने बैंकों की वसूली प्रक्रिया (Debt Recovery Process) और भारत सरकार के रवैये पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनके दावों को सही मान रहे हैं, तो कुछ ने उनकी बातों को बचाव का प्रयास बताया। माल्या का यह इंटरव्यू (Vijay Mallya Interview) न केवल उनके निजी संघर्ष को दर्शाता है, बल्कि भारत की बैंकिंग और कानूनी प्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है।