Vastu Tips for Glass Utensils: वास्तु शास्त्र में घर के प्रत्येक हिस्से की दिशा और उसमें रखी वस्तुओं का विशेष महत्व होता है। खास कर रसोई घर जिसे परिवार की सेहत और समृद्धि का आधार माना जाता है। यहां से ही भोजन की प्राप्ति होती है। भोजन जो शरीर को ऊर्जा देता है इसलिए रसोई घर में रखी प्रत्येक वस्तु सकारात्मक ऊर्जा सुख शांति और सौभाग्य लाती है। ऐसे में रसोई घर में हर बर्तन को रखने का एक विशेष स्थान कहा जाता है। यहां तक की कांच और चीन मिट्टी के बर्तनों के लिए भी विशेष दिशाओं का निर्धारण किया गया है।
चीनी मिट्टी और क्ले के बर्तनों का ऊर्जा से जुड़ाव
जी हां, कांच और चीनी मिट्टी के बर्तन का प्रयोग यदि आप भी अपने रसोई घर में करते हैं और इन्हें गलत दिशा में रखते हैं तो यह आपके लिए आर्थिक और मानसिक परेशानियां लेकर आते हैं। यह बर्तन अत्यंत नाजुक तो होते ही है साथ ही इनसे जुड़ी कुछ विशेष मान्यताएं भी होती है। चीनी मिट्टी और कांच के बर्तन चंद्रमा से जुड़े होते हैं जिसकी वजह से इन्हें हमेशा विशेष दिशा में रखना चाहिए अन्यथा घर पर आर्थिक संकट मंडरा सकते हैं। और आज हम आपको इसी से जुड़ी कुछ विशेष मान्यताओं के बारे में बताएंगे ताकि आप भी चीनी मिट्टी और गिलास के बर्तनों को सही दिशा में रख सके।
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कांच और चीन मिट्टी के बर्तनों को रखने की वास्तु सम्मत दिशा
पश्चिम उत्तर दिशा : कांच और चीनी मिट्टी के बर्तन हमेशा पश्चिमी उत्तर दिशा में रखें। यह दिशा चंद्रमा और शीतलता से जुड़ी मानी जाती है। ऐसे में इस दिशा में रखने से रसोई घर में शुभता आती है। इससे घर में सुख शांति और मानसिक संतुलन भी बना रहता है।
उत्तर पश्चिम दिशा: उत्तर पश्चिम दिशा वायु तत्व की होती है। इस दिशा में कांच के और चीनी मिट्टी के बर्तन रखने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। आमतौर पर रोजाना खाने-पीने में उपयोग होने वाली बर्तन इस दिशा में रखने से परिवार जनों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
इन बर्तनों के इस्तेमाल के दौरान कौनसी गलतियो से बचें
- गलती से भी चीनी मिट्टी या कांच के बर्तनों को दक्षिण या आग्नेय कोण में ना रखें इस दिशा में कांच या चीनी मिट्टी के बर्तन रखने से वह बार-बार टूटते हैं और घर में अनावश्यक कलह पड़ता है।
- हमेशा कांच के और चीनी मिट्टी के बर्तनों को साफ सुथरा और व्यवस्थित रखें।
- यदि बर्तन टूट-फूट गए हो तो उनका उपयोग न करें।