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Vastu for Better Health: बार-बार बीमार पड़ने का वास्तु से होता है सीधा संबंध

Vastu for Better Health

Vastu for Better Health

Vastu for Better Health: यदि आपके घर में भी कोई व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ रहा है फिर वह शारीरिक रूप से हो या मानसिक रूप से इसका साफ कारण घर का बिगड़ा वास्तु हो सकता है। जी हां, यदि घर के वास्तु में किसी प्रकार का दोष हो, घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचय हो तो घर के लोग बार-बार बीमार पड़ते हैं और दवा इलाज से भी राहत नहीं मिलती। यहां तक की वास्तु दोष (vastu health tips)की वजह से बीमार व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।

Vastu for Better Health

वास्तु की वजह से सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है? (Vastu for health and wealth)

बता दे घर के वास्तु का परिवार के लोगों की हेल्थ पर भी सीधा असर पड़ता है। घर का वास्तु न केवल हमारी छोटी-मोटी आदतों पर असर डालता है बल्कि हमारे स्वास्थ्य (vastu health problems) पर भी प्रभाव दिखाता है। यदि घर का वास्तु बेहतर हो तो घर के लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है, उनकी आदतें भी अच्छी होती है। घर का वास्तु ही सेहत को ठीक करने में मदद करता है और आज के इस लेख में हम आपको इसी से जुड़े कुछ आसान उपाय बताएंगे।

वास्तु उपाय से किस प्रकार ठीक करें स्वास्थ्य

घर के मुख्य द्वार के सामने गड्ढा या कीचड़: यदि आपके घर के मुख्य द्वार के सामने गड्ढा या कीचड़ गंदगी है तो इससे नकारात्मक उर्जा उत्पन्न होती है, घर के लोग मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार होते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि घर के मुख्य द्वार के सामने किसी प्रकार का कोई गड्ढा या कीचड़ ना हो।

भोजन करते समय दिशा का ध्यान: वास्तु शास्त्र में दिशा का ध्यान बेहद ही महत्वपूर्ण होता है। हमेशा भोजन करते समय आप का मुख पूर्व या उत्तर की ओर होना आवश्यक है ताकि पाचन शक्ति मजबूत हो और स्वस्थ बना रहे। गलत दिशा में भोजन करने से पाचन संबंधित समस्या उत्पन्न होती है और आंतें कमजोर हो जाती है जिससे पेट की परेशानियां बढ़ने लगती है और शरीर कमजोर पड़ने लगता है।

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बेडरूम में रखे सामान व्यवस्थित: बेडरूम में रखा सामान यदि बिखरा हुआ है जैसे पुरानी किताबें, फटे कपड़े ,दवाइयां इत्यादि इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है, नींद में दिक्कत और तनाव उत्पन्न होता है, मानसिक अशांति भी होती है ऐसे में बेडरूम में हमेशा फालतू की वस्तुएं न रखें।

सोने की दिशा का रखें ध्यान: सोते समय हमेशा कोशिश करें कि आप बीम के नीचे ना बैठ ना सोए। इससे मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन पैदा होता है। सोने की दिशा का भी खास ध्यान रखें, हमेशा कोशिश करें कि आप पूर्व-पश्चिम या उत्तर दिशा में सिर रखकर सोएं दक्षिण दिशा में गलती से भी सिर रखकर नहीं सोना चाहिए।

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