Bihar Assembly Election 2025: शिवहर जिले की एकमात्र विधानसभा सीट का नाम शिवहर है। पिछले कुछ दशकों से इस विधानसभा सीट पर राजनीतिक जंग काफी दिलचस्प रही है। लगभग हर चुनाव में यहाँ के लोग अपना प्रतिनिधि बदलते रहे हैं। हालाँकि, पहले यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी। रघुनाथ झा शिवहर सीट से छह बार विधायक रह चुके हैं। पहले वे कांग्रेस में थे, फिर जनता पार्टी और जनता दल के सदस्य रहे।
इस सीट पर जातीय समीकरण क्या है? Bihar Assembly Election 2025
2011 की जनगणना के अनुसार, शिवहर जिले की जनसंख्या 6 लाख 56 हज़ार 246 है। जिले के चार प्रखंड शिवहर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं जबकि एक प्रखंड सीतामढ़ी जिले के बेलसंड विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। शिवहर जिले की 96 प्रतिशत आबादी गाँवों में रहती है जबकि केवल 4 प्रतिशत आबादी शहरों में रहती है। इस सीट पर सबसे ज़्यादा मतदाता वैश्य समुदाय के हैं, उसके बाद राजपूत, मुस्लिम, ब्राह्मण और भूमिहार आते हैं।
शिवहर कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। Bihar Assembly Election 2025
रघुनाथ झा 1972 से 1995 तक लगातार 6 बार शिवहर विधानसभा सीट से विधायक रहे। वे बिहार सरकार में मंत्री भी रहे। उन्होंने 1972, 1977 और 1980 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीते। 1990 और 1995 के चुनाव वे जनता दल के टिकट पर जीतने में सफल रहे। अब तक शिवहर विधानसभा सीट पर राजद ने पाँच बार, कांग्रेस ने चार बार और जनता दल व जदयू ने दो-दो बार जीत हासिल की है।
2015 में जदयू ने इस सीट पर कब्जा किया था।
2015 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के शराफुद्दीन ने यह सीट जीती थी। उन्होंने हम (सेक्युलर) की उम्मीदवार लवली आनंद को कांटे के मुकाबले में हराया था। शराफुद्दीन और लवली आनंद के बीच जीत-हार का अंतर सिर्फ़ 461 वोटों का था। शराफुद्दीन को कुल 44576 वोट मिले थे जबकि लवली आनंद को कुल 44115 वोट मिले थे।
शराफुद्दीन ने 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की।
2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने एक बार फिर शराफुद्दीन को मैदान में उतारा। उनका मुकाबला आजाद के चेतन आनंद से था। चेतन चुनावी मैदान में छा गए। उन्होंने शराफुद्दीन को 36686 वोटों के अंतर से हराया। शराफुद्दीन जीत की हैट्रिक नहीं बना सके। चेतन आनंद को कुल 73143 वोट मिले, जबकि शराफुद्दीन को कुल 36,457 वोटों से संतोष करना पड़ा।