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अब पन्नू की खैर नहीं…SFJ को आतंकी संगठन घोषित करेगा USA

SFJ Terrorist Organization Tulsi Gabbard: SFJ यानी सिख फॉर जस्टिस, इसी संगठन का सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurupatwant Singh Pannu) अमेरिका और कनाडा में बैठकर भारत में आतंकी हमले कराने की धमकी देता रहता है. कभी एयर इंडिया का प्लेन उड़ाने की बात कहता है तो कभी महाकुंभ में विस्फोट करने की, इसने कई बार पीएम मोदी और अमित शाह को जान से मारने की धमकी भी दी है मगर अमेरिका इसपर कोई एक्शन नहीं लेता।

हाल ही में अमेरिका की राष्ट्रीय ख़ुफ़िया सुरक्षा निदेशक तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) भारत आईं, उन्होंने देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से मुलाकात की. इस मुलाकात से एक खबर सामने आई, वो ये है कि भारत सरकार ने अमरीकी सरकार से गुरपतवंत सिंह पन्नू के संगठन सिख फॉर जस्टिस को आतंकी संगठन करार देने की मांग की है. भारत ने कई सालों पहले ही SFJ को आतंकी संगठन बता चुका है.

भारत ने साल 2019 में SFJ को आतंकी संगठन घोषित किया था. गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ हत्या की साजिश के अलावा कनाडा ने एक अन्य खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या का आरोप भारत पर मढ़ा था. हालांकि, भारत ने निज्जर की हत्या के आरोपों को दृढ़ता से बार-बार खारिज किया है. साथ ही इन आरोपों को बेतुका और राजनीति से प्रेरित बताया है.

खालिस्तान आतंकवाद (Khalistan Terrorism) के अलावा राजनाथ और गबार्ड के बीच इस्लामी आतंकवाद (Islamic Terrorism) के संकट को लेकर भी चर्चा हुई. मीटिंग के बाद जब पत्रकारों ने गबार्ड से पूछा कि ट्रम्प प्रशासन पाकिस्तान से भारत पर बार-बार होने वाले आतंकवादी हमलों को कैसे देखता है? इस पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प (Donald Trump) अपने पहले कार्यकाल से ही इस्लामी आतंकवाद को हराने के लिए अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बहुत स्पष्ट रहे हैं. इस खतरे ने दुर्भाग्य से हमें काफी परेशान किया है और अभी भी अमेरिकी लोगों के लिए सीधा खतरा बना हुआ है.

तुलसी गबार्ड ने क्या कहा

इस मुलाकात में अमेरिका की राष्ट्रीय ख़ुफ़िया सुरक्षा निदेशक तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) ने कहा कि- हम देखते हैं कि यह (इस्लामिक आतंकवाद)भारत में,बांग्लादेश में और सीरिया में, इज़राइल और मध्य पूर्व के विभिन्न देशों में लोगों को कैसे प्रभावित कर रहा है. ऐसे में यह एक ऐसा खतरा है जिसे मैं जानती हूं कि प्रधानमंत्री मोदी भी गंभीरता से लेते हैं. हमारे दोनों देशों के नेता इस खतरे की पहचान करने और उसे हराने के लिए मिलकर काम करेंगे. 

गबार्ड से दूसरी बार मिले मोदी

राजनाथ सिंह से मिलने के बाद तुलसी गबार्ड की पीएम मोदी से भी मुलाकात हुई, इससे पहले दोनों की पहली मीटिंग तब हुई थी जब पीएम मोदी, ट्रंप के बुलावे पर अमेरिका गए थे. मोदी और गबार्ड ने आतंकवाद व साइबर सुरक्षा जैसे खतरों से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की थी.

अब ये देखने वाली बात होगी कि क्या भारत के कहने पर ट्रंप सरकार SFJ को आतंकी संगठन घोषित कर गुरपतवंत सिंह पन्नू और इस संगठन से जुड़े लोगों को आतंकी करार देकर सलाखों के पीछे डालती है या इनका इस्तेमाल वैसे ही करती रहती है जैसे बाइडेन सरकार करती आ रही थी.

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