US strike on ‘Venezuela drug boat: अमेरिकी सेना (US Military) ने 3 सितंबर को कैरिबियन सागर (Caribbean Sea) में वेनेजुएला (US Attack Venezuela Boat ) से निकली एक नाव पर हमला (Venezuela Boat Attack Video) किया, जिसमें 11 लोग मारे गए। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने दावा किया कि नाव ट्रेन डे अरागुआ (Tren de Aragua) गिरोह द्वारा संचालित थी, जो ड्रग तस्करी में शामिल थी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) ने कहा कि यह हमला ट्रम्प के आदेश (Presidential Order) पर हुआ।
क्या वे ड्रग तस्कर थे?
यह पुष्टि नहीं है कि नाव में मौजूद लोग ड्रग तस्कर (Drug Traffickers) थे। ट्रम्प ने दावा किया कि नाव ड्रग्स (Cocaine) ले जा रही थी, लेकिन कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं किया गया। विशेषज्ञों ने इसे “संभावित गैरकानूनी” बताया, क्योंकि बिना पुख्ता सबूत के हमला किया गया।
क्या वे अमेरिका जा रहे थे?
यह जरूरी नहीं कि नाव अमेरिका (United States) जा रही थी। रुबियो ने कहा कि यह त्रिनिदाद (Trinidad) या कैरिबियन के अन्य हिस्सों की ओर जा सकती थी। सटीक गंतव्य की जानकारी नहीं दी गई।
पकड़ने के बजाय मारने का फैसला क्यों?
पकड़ने के बजाय नाव को नष्ट करने का फैसला ट्रम्प प्रशासन की आक्रामक नीति का हिस्सा माना जा रहा है। विशेषज्ञों, जैसे एडम इसाकसन (Adam Isacson), ने इसे “नागरिकों का नरसंहार” कहा, क्योंकि पकड़ने का विकल्प मौजूद था। जुआन गोंजालेज (Juan Gonzalez) ने इसे “खतरनाक ढलान” बताया, क्योंकि बिना सबूत के सैन्य कार्रवाई की गई।
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो (Nicolas Maduro) ने इसे अमेरिकी आक्रामकता (Military Aggression) बताया और “रिपब्लिक इन आर्म्स” (Republic in Arms) की चेतावनी दी।
त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रधानमंत्री कमला पर्सद-बिस्सेसर (Kamla Persad-Bissessar) ने हमले की प्रशंसा (Endorsement) की।
ट्रम्प का यह कदम ड्रग तस्करी (Narcotics Trade) के खिलाफ सख्त रुख दर्शाता है, लेकिन सबूतों की कमी और पकड़ने के बजाय मारने (Lethal Force) के फैसले ने विवाद (Controversy) खड़ा किया है। दुनिया में इसकी मिश्रित प्रतिक्रिया है, जिसमें समर्थन और निंदा दोनों शामिल हैं।