Uproar in Sanjay Gandhi Hospital Rewa: रीवा के शासकीय संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में रविवार देर रात उस समय हंगामा मच गया, जब इलाज के दौरान 19 वर्षीय गोपीलाल साकेत की मौत हो गई। मृतक, गुढ थाना क्षेत्र के बदवार निवासी, 8 जुलाई को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया।
जानकारी के मुताबिक गोपीलाल साकेत को 8 जुलाई को दोपहर 2 बजे अस्पताल में भर्ती किया गया था। परिजनों के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया कि उसके सिर में गंभीर चोट है और ऑपरेशन आवश्यक है। उसी रात 11:30 बजे ऑपरेशन शुरू हुआ, जो सुबह 3 बजे तक चला। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने स्थिति को सामान्य बताया और जल्द स्वस्थ होने का आश्वासन दिया। हालांकि, परिजनों ने आरोप लगाया कि जरूरी इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध नहीं थे, जिसके लिए उन्हें बाहर से इंजेक्शन खरीदना पड़ा। मृतक की मौसी रूबी साकेत ने दावा किया कि डॉक्टरों ने गलत दवा दी, जिसके कारण गोपीलाल की मौत हुई। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई से इंजेक्शन लगाए जा रहे थे, लेकिन डॉक्टरों ने स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया। रूबी के मुताबिक, रविवार सुबह 4 बजे तक गोपीलाल की हालत स्थिर थी, और उसे दूध, अनार का जूस, और दाल का पानी दिया गया था। इसके बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई, और उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि समय पर उचित इलाज मिलता तो गोपीलाल की जान बच सकती थी।
अस्पताल के डॉक्टर अलक प्रकाश ने बताया कि गोपीलाल को सिर में गंभीर चोट थी, और उसका ऑपरेशन सफल रहा था। उन्होंने परिजनों के आरोपों को उनकी मानसिक स्थिति का परिणाम बताया और कहा कि डॉक्टरों ने कोई लापरवाही नहीं बरती।
हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझाकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह घटना संजय गांधी अस्पताल की चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठाती है। परिजनों के गंभीर आरोपों और अस्पताल के जवाब के बीच सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस की जांच महत्वपूर्ण होगी।
संजय गांधी अस्पताल रीवा में हंगामा, 19 वर्षीय युवक की मौत पर इलाज में लापरवाही का आरोप
