Yati Narasimhanand Controversy : नरसिंहानंद के बयान को लेकर महाराष्ट्र में बलवा, गुस्साई भीड़ ने थाने पर किया पथराव, लगभग दो दर्जन पुलिसकर्मी घायल।

Yati Narasimhanand Controversy : पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ संत यति नरसिंहानंद की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर अमरावती में बवाल मच गया है। भीड़ ने यति के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर पुलिस पर पथराव किया जिसमें 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए। अधिकारी ने बताया कि 1200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस ने उनमें से अधिकांश की पहचान कर ली है।

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की विवादित टिप्पणी। Yati Narasimhanand Controversy

पुलिस ने बताया कि बाद में पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी के लिए गाजियाबाद के हिंदू संत यति नरसिंहानंद महाराज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात अमरावती शहर के नागपुरी गेट थाने के बाहर पथराव की घटना में कम से कम 10 पुलिस वैन क्षतिग्रस्त हो गईं।

नागपुर गेट थाने पर हमला, 21 पुलिसकर्मी घायल।Yati Narasimhanand Controversy

अमरावती के पुलिस आयुक्त नवीन चंद्र रेड्डी ने बताया कि कुछ संगठनों के सदस्यों सहित बड़ी भीड़ गाजियाबाद के यति नरसिंहानंद महाराज के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर रात करीब सवा आठ बजे नागपुर गेट थाने आई थी। उन्होंने बताया कि उस थाने के प्रभारी ने भीड़ से कहा कि उनकी मांग को लेकर पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है और जांच चल रही है, जिसके बाद भीड़ वापस चली गई।

यति की टिप्पणी का वीडियो वायरल होने पर हिंसा

रेड्डी ने बताया कि जब कुछ लोगों ने यति की टिप्पणी का वीडियो प्रसारित किया, तो लोगों का एक बड़ा समूह नागपुर गेट थाने में वापस आ गया। लेकिन जब पुलिस अधिकारी भीड़ को समझाने की कोशिश कर रहे थे, तो भीड़ ने अचानक पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया।

युवा भड़के तो देश के हालात बिगड़ेंगे : खालिद

खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा, यह लाखों मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है और अगर युवा भड़के तो पूरे देश की शांति भंग हो सकती है। इस्लाम की अवधारणा स्पष्ट है कि सभी धर्मों के पवित्र व्यक्तित्व हैं। चाहे हम उन्हें मानें या न मानें, हमारे लिए उनका सम्मान करना, उनका अनादर करने से बचना और उनके अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने से बचना महत्वपूर्ण है।

यह हमारे सभी देशवासियों की सोच नहीं है।Yati Narasimhanand Controversy

मौलाना रहमानी ने मुसलमानों से अपील की है कि यह एक बेतुके व्यक्ति का बयान है। यह आम देशवासियों की सोच नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारे देश में आज भी ऐसे देशवासी हैं और पहले भी रहे हैं, जिन्होंने पैगम्बर साहब की जीवनी लिखी है, जिन्होंने आपकी शान में नातिया कलाम पढ़े हैं। हमारे सामने गांधी जी की शिक्षाएं हैं, जिन्होंने आपके (सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम) जीवन को आज की मानवता के लिए आदर्श बताया है। इसलिए अगर कोई ऐसी बेतुकी बातें कहता है, तो इसका यह मतलब नहीं निकालना चाहिए कि देश के सभी देशवासियों की यही सोच है।”

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