करीब एक दशक के बाद जम्मू – कश्मीर के विधान सभा चुनाव (Jammu and kashmir elections 2024) और साथ- साथ हरियाणा के चुनाव (Haryana assembly elections 2024) संपन्न होते से ही देश में आगामी चुनावो को लेकर जोरो – शोरो से तैयारियां चल रही हैं।
जम्मू- कश्मीर और हरियाणा के चुनाव के बाद अब बारी है महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने की। साथ ही महाराष्ट्र के बाद झारखण्ड ,दिल्ली और बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। हलाकि बिहार में विधान सभा चुनाव आयोजित होने में एक साल का वक्त हैं लेकिन राजनीतिक दल फ़िलहाल तीन राज्यों पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। जिनमे महाराष्ट्र ,झारखण्ड और दिल्ली शामिल हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
नवंबर में महाराष्ट्र के चुनाव होने हैं अबतक चुनाव आयोग ने इस संबंध में कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया हैं मगर उम्मीद यही हैं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव माह के दूसरे हफ्ते में आयोजित हो सकता है। इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव कांग्रेस और BJP दोनों के लिए बेहद पेचीदा होने वला हैं। BJP के साथ एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की NCP के बीच सीट शेयरिंग को लेकर मुश्किलें कड़ी होंगी और यही हाल उद्धव ठाकरे की शिवसेना ,कांग्रेस और शरद पवार की NCP के बीच भी होगा। बहरहाल सभी पार्टियों ने आगामी चुनाव को लेकर अपनी -अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया हैं ।
महाराष्ट्र के साथ -साथ होगा झारखण्ड का भी चुनाव
05 जनवरी 2025 में झारखण्ड का कार्यकाल ख़त्म हो जायेगा। इस पर पूरी उम्मीद जताई जा रही हैं की झारखण्ड के भी चुनाव महाराष्ट्र के साथ -साथ ही नवंबर – दिसंबर माह में संपन्न कराये जायेंगे। 26 नवंबर को महाराष्ट्र का भी कार्यकाल खत्म हो रहा हैं, साथ -साथ झारखण्ड और अन्य राज्यों में मनाये जाने वाले तयोहार दीपावली ,छठ पूजा आदि त्योहार के पर्व आठ नवंबर तक समाप्त हो जायेंगे। झारखण्ड की कुल 81सीटों पर विधानसभा (Jharkhand Assembly Elections 2024 ) समय पर इस साल नवम्बर -देसंबर में होगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025
दिल्ली की कुल 70 सीटों के लिए दिल्ली विधानसभा चुनाव (Dehli Assembly elections 2025 ) फरवरी 2025 या उससे पहले कराये जाने की उम्मीद जताई जा रही हैं। राजधानी में AAP के आने के बाद से ही बीजेपी ,कांग्रेस और AAP के बीच एक ट्राइंगुलर मुकाबला हमेशा रहता हैं। पिछले विधान सभा के चुनाव फरवरी 2020 में हुए थे जिसमे आम आदमी पार्टी ने बहुमत के साथ राज्य सरकार बनाई ,जिसके बाद लगातार तीसरी बार अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे।