UP ByElection 2024 : उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख बदल गई है। अब 13 की जगह 20 नवंबर को मतदान होगा। नतीजे 23 नवंबर को ही आएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चुनाव आयोग ने तिथि बदलने का यह फैसला कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के कारण लिया है। यूपी में फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं।
कानपुर की सीसामऊ सीट बाकी सभी से अलग है। UP ByElection 2024
आपको बता दें कि कानपुर की सीसामऊ सीट को छोड़कर बाकी सभी सीटें विधायकों के सांसद बनने के कारण खाली हुई हैं। नामांकन की तिथि पूरी हो चुकी है। वहीं, सीसामऊ से इरफान सोलंकी के सजायाफ्ता होने के कारण सीट पर उपचुनाव हो रहा है। अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट को लेकर अभी कोई घोषणा नहीं हुई है। पहले 13 नवंबर की तिथि पर मतदान कराए जाने की घोषणा की गई थी। 20 दिन बाद तिथि बदली गई है।
भाजपा ने गंगा स्नान के चलते चुनाव तिथि आगे बढ़ाने की अपील की।
दरअसल, पिछले महीने 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की थी। 13 नवंबर को मतदान की तिथि दिए जाने के बाद भाजपा ने तिथि एक सप्ताह आगे बढ़ाने की अपील की थी। गंगा स्नान के चलते मतदान की तिथि बदलने की अपील की गई थी। भाजपा ने चुनाव आयोग से अपील करते हुए पत्र में लिखा है कि कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व और पूजा का यूपी में धार्मिक महत्व है।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान 15 नवंबर को होगा। UP ByElection 2024
कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व 15 नवंबर 2024 को है और कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में लोग स्नान और पूजा करने जाते हैं। 2027 में प्रस्तावित यूपी विधानसभा चुनाव से करीब सवा दो साल पहले होने वाले उपचुनाव को राजनीतिक दल सत्ता के सेमीफाइनल के तौर पर देख रहे हैं। उपचुनाव वाली सीटें पश्चिम, मध्य, अवध, पूर्वांचल समेत प्रदेश के लगभग हर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसलिए नतीजों को संभावनाओं की अग्निपरीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
इन सीटों पर कुल 90 उम्मीदवार मैदान में हैं।
आपको बता दें कि जिन 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनके लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच भी हो चुकी है। सभी 9 सीटों पर कुल 90 उम्मीदवार मैदान में हैं। वैसे तो मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच है, लेकिन कई सीटों पर बसपा और आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार भाजपा और सपा का समीकरण बिगाड़ सकते हैं।