Unique farewell to IAS Vaishali Jain in Rewa: अपनी तेजतर्रार छवि और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए जानी जाने वाली तत्कालीन रीवा एसडीएम वैशाली जैन की विदाई समारोह आज एक अनोखे अंदाज में संपन्न हुआ। आम जनता ने उन्हें लड्डुओं से तौलकर सम्मानित किया, जो रीवा के इतिहास में पहली बार देखने को मिला। प्रोविजनल आईएएस अधिकारी के रूप में उनके 21 महीने के कार्यकाल के दौरान की ईमानदार और कुशल कार्यप्रणाली ने जनता का दिल जीत लिया था।विदाई समारोह में अधिवक्ताओं, किसानों, कार्यालय कर्मचारियों और आम नागरिकों की भारी भीड़ जुटी। लोगों ने न सिर्फ उनका स्वागत किया, बल्कि उनके योगदान की सराहना में लड्डू तौलने की परंपरा निभाई। एक अधिवक्ता ने कहा, “हमारी मंशा सिर्फ इतनी थी कि अच्छे अधिकारी का सम्मान हो। वैशाली जैन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कदम उठाए, चाहे खाद माफियाओं पर कार्रवाई हो या भू-राजस्व की 150 करोड़ से अधिक राशि शासन के खाते में जमा कराना। हम चाहते हैं कि शासन उन्हें रीवा का कलेक्टर बनाकर वापस भेजे।”प्रमुख कार्रवाइयां जो जनता की यादों में बसींवैशाली जैन के कार्यकाल की कुछ प्रमुख उपलब्धियां ऐसी हैं, जो आज भी लोगों के जेहन में ताजा हैं:
- आरटीओ उड़न दस्ते पर सख्ती: उन्होंने आरटीओ के उड़न दस्ते को ही थाने की चौखट पर खड़ा कर दिया, जिससे परिवहन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगी।
- खाद माफियाओं पर छापेमारी: खाद्यान्न घोटाले में कई राज्यों के माफियाओं पर कार्रवाई की गई, जिससे किसानों को राहत मिली।
- भू-राजस्व वसूली: 150 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को बैंक प्रबंधकों और बड़े लोगों के कनेक्शनों के बावजूद शासन के खाते में जमा कराया।
ये कार्रवाइयां न सिर्फ स्थानीय स्तर पर प्रभावी रहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में एक मिसाल बनीं। अधिवक्ता समुदाय ने कहा, “नेताओं को कमीशनखोर अधिकारी चाहिए, लेकिन जनता को वैशाली जैन जैसी ईमानदार अफसर चाहिए।”
वैशाली जैन का भावुक संदेश
समारोह में उपस्थित अन्य अधिकारियों के बीच वैशाली जैन ने कहा, “हमने केवल अपना कर्तव्य निभाया। फर्क सिर्फ ईमानदारी का था, जिससे लोगों के अधिकार उन तक पहुंचे। 21 महीने यहां रहना यादगार रहा। सबका स्नेह मिला, इसके लिए हृदय से आभार।” उन्होंने जोड़ा, “ट्रांसफर सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन जो काम पाइपलाइन में हैं, वे समय पर पूरे होंगे। उम्मीद न टूटे, यही कोशिश रही।”वैशाली जैन ने विदाई के अवसर पर ओवरव्हेल्म्ड महसूस करते हुए कहा, “मैंने कभी सोचा नहीं था कि ऐसा सम्मान मिलेगा। तहे दिल से शुक्रिया।” उनके ट्रांसफर के बाद रीवा एसडीएम कार्यालय से विदाई ली गई, जहां लोग दौड़कर उनका स्वागत करने पहुंचे थे।यह घटना न सिर्फ वैशाली जैन की लोकप्रियता को दर्शाती है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि ईमानदार प्रशासन जनता के दिलों में बस जाता है। प्रदेश प्रशासन से उम्मीद है कि ऐसे अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जाएं।