हिमाचल प्रदेश। राज्य में लगातार हो रही बारिश तबाही मचा रही हैं। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ जाने एवं भूस्खलन के चलते कुल्लू-मनाली और मंडी में होटल-घर-दुकानें नदी में समा गए। सड़के पूरी तरह से बबार्द हो गई और इससे न सिर्फ आवागमन प्रभावित है बल्कि कुल्लू का दूसरे जिलों से संपर्क कट गया है। हालात को देखते हुए सभी पेट्रोल पंप संचालकों को इमरजेंसी के लिए पेट्रोल-डीजल रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए है। जिसके तहत 25 हजार लीटर से अधिक क्षमता वाले पंपों को कम से कम 5 हजार लीटर डीजल और 3 हजार लीटर पेट्रोल रिजर्व रखने को कहा गया है।
भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटो के दौरान भारी बारिश का अंदेशा जताया है। इसके अलावा, 29 अगस्त से 1 सितंबर तक पांच जिलों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने और सतर्कता बरतने की अपील की है। राहत कार्यों के लिए टीमें तैनात की गई हैं, और प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास जारी है।
मौसमी कहर से फंसे टूरिस्ट
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं. राज्य भर में सड़क और मोबाइल नेटवर्क बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, प्रदेश में 4 नेशनल हाइवे और 677 सड़कें बंद हो गई हैं. कुल्लू-मनाली मार्ग पूरी तरह कट गया है. चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-21 मंडी में कई स्थानों पर अवरुद्ध है. मंडी-पठानकोट एनएच-154 भी बंद पड़ा है। एनएच-305 कुल्लू के बंजार क्षेत्र में और एनएच-03 किन्नौर के बिगुलसरी में बाधित है. जिला वार स्थिति देखें तो बिलासपुर में 13, हमीरपुर में 5, कांगड़ा में 67, किन्नौर में 1, कुल्लू में 131, मंडी में 342, शिमला में 45, सिरमौर में 36, सोलन में 19 और ऊना में 18 सड़कें बंद हैं।