Malegaon blast Case : मालेगांव विस्फोट मामले में एनआईए अदालत के फैसले पर उमा भारती ने कहा कि इसे भगवा आतंकवाद कहने वाले कांग्रेस नेताओं को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की गई थी। मुझे इस बात से राहत मिली है कि साध्वी प्रज्ञा और अन्य आरोपी बरी हो गए हैं। आपको बता दें कि एनआईए अदालत ने पूर्व भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत सभी सात आरोपियों को यह कहते हुए बरी कर दिया कि उनके खिलाफ कोई “विश्वसनीय और ठोस सबूत” नहीं हैं।
कांग्रेस ने हिंदू और मुसलमानों को भिड़ाने के लिए रची साज़िश।
उमा भारती ने कहा कि यह कांग्रेस द्वारा मुसलमानों में हिंदुओं के प्रति भय पैदा करने की साजिश थी। साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित जैसे सैन्य अधिकारियों को प्रताड़ित करना, यह सब तत्कालीन कांग्रेस सरकार की साजिश थी। साध्वी प्रज्ञा को दी गई यातनाएँ बेहद अमानवीय थीं।
यह हम सबकी रिहाई है – उमा भारती। Malegaon blast Case
उमा भारती ने आरोप लगाया कि यह षड्यंत्र इसलिए रचा गया ताकि पूरा हिंदू समाज आतंकवादी घोषित हो जाए और अल्पसंख्यक लोग डरकर कांग्रेस को वोट देने लगें। हम भी पिछले 17 सालों से मानसिक यातना की जेल में बंद थे। लेकिन आज अदालत के फैसले से बहुत राहत मिली है। उमा भारती ने कहा कि आज साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित और अन्य साथियों की रिहाई हम सबकी रिहाई है, लेकिन कांग्रेस नेताओं को माफ़ी मांगनी चाहिए।
ओवैसी की प्रतिक्रिया पर उमा भारती ने क्या कहा? Malegaon blast Case
उधर, इस फैसले पर असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया कि सबूत कमज़ोर थे, पर उमा भारती ने कहा- मैं असदुद्दीन ओवैसी से कहूँगी कि जो सबूत रखे गए थे, उन्हें कमज़ोर नहीं किया जा सकता। उस समय कांग्रेस सरकार ने उन सबूतों को रखा था। उन्हीं सबूतों के आधार पर अदालत का यह फैसला आया है। उन्होंने कहा कि मैं ओवैसी साहब से अपील करूँगी कि जैसे ऑपरेशन सिंदूर के बाद बने, वैसे ही वे भी बनें। इससे देश में उनका सम्मान और बढ़ेगा।
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