उज्जैन सिंहस्थ मेला में खर्च होंगे 2 हजार करोड़ रुपए

Ujjain Simhastha Kumbh 2028: मध्य प्रदेश का उज्जैन (Ujjain), जो अपनी प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है, एक बार फिर से विशाल धार्मिक आयोजन की मेजबानी करने जा रहा है। यह आयोजन है सिंहस्थ मेला 2028 (Simhastha Mela 2028), जो साल 2028 में आयोजित होगा। हिंदू धर्म में कुंभ मेले का विशेष महत्व है और महाकाल की नगरी उज्जैन में होने वाला यह मेला, जिसे सिंहस्थ कुंभ (Simhastha Kumbh) के नाम से जाना जाता है, हर 12 साल में एक बार लगता है। यह धार्मिक उत्सव न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का भी एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है।

सिंहस्थ मेला 2028: कैसा होगा यह आयोजन?

Simhastha Mela 2028: उज्जैन सिंहस्थ मेला 2028 एक ऐसा धार्मिक महापर्व है, जिसमें देश-विदेश से लाखों-करोड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यह मेला उज्जैन की पवित्र क्षिप्रा नदी (Kshipra River Ujjain) के तट पर आयोजित होता है, जहां लोग स्नान कर अपने पापों से मुक्ति और पुण्य प्राप्ति की कामना करते हैं। इस मेले का नाम “सिंहस्थ” इसलिए पड़ा, क्योंकि यह तब आयोजित होता है जब बृहस्पति ग्रह सिंह राशि में और सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है। यह खगोलीय संयोग इसे अन्य कुंभ मेलों से अलग बनाता है।

सिंहस्थ में 14 करोड़ लोगों के आने का अनुमान

मध्य प्रदेश सरकार इसे ऐतिहासिक और भव्य बनाने की योजना बना रही है। यह मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं होगा, बल्कि यह एक ऐसी कुंभ नगरी (Kumbh Nagari) के रूप में विकसित किया जाएगा जो स्थायी रूप से उज्जैन की पहचान को नया आयाम देगी। इस बार सिंहस्थ मेला 2028 में करीब 14 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है, जो पिछले सिंहस्थ (2016) की तुलना में लगभग दोगुना है। मेले में शाही स्नान ( Simhastha Mela Shahi Snan), पर्व स्नान, साधु-संतों के प्रवचन, और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसके अलावा, आधुनिक तकनीक और सुविधाओं का समावेश इसे और भी खास बनाएगा।

सिंहस्थ मेला कब लगेगा

Ujjain Simhastha Mela Date: सिंहस्थ मेला 2028 की तारीखों का ऐलान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) ने पहले ही कर दिया है। यह मेला 27 मार्च 2028 से शुरू होगा और 27 मई 2028 तक चलेगा। इस तरह यह आयोजन कुल 62 दिनों तक रहेगा। इस दौरान 9 अप्रैल से 8 मई के बीच तीन शाही स्नान और सात पर्व स्नान प्रस्तावित हैं। शाही स्नान वह अवसर होता है जब विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत और महामंडलेश्वर क्षिप्रा नदी में स्नान करते हैं, जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ती है। यह अवधि श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा और उत्साह से भरी होगी।

उज्जैन सिंहस्थ मेला का बजट

Simhastha Mela Budget 2028: सिंहस्थ मेला 2028 को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सरकार ने व्यापक बजट की योजना बनाई है। नगरीय विकास विभाग के बजट में उज्जैन सिंहस्थ मेला 2028 की तैयारियों के लिए 2,000 करोड़ रुपये का विशेष प्रावधान किया गया है। यह राशि सड़कों, घाटों, पार्किंग, जल आपूर्ति, और बिजली व्यवस्था जैसे बुनियादी ढांचे के विकास पर खर्च की जाएगी।

इसके अतिरिक्त, उज्जैन में एक स्थायी कुंभ नगरी (Kumbh Nagari Ujjain) बसाने की योजना पर भी काम चल रहा है, जिसके लिए उज्जैन विकास प्राधिकरण ने 2,378 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 2,000 करोड़ रुपये की परियोजना तैयार की है। यह नगरी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और भविष्य के आयोजनों के लिए एक मॉडल के रूप में काम करेगी।

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