भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बैन लगाये जाने के बाद से Paytm कम्पनी में आई मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। संकट के दौर से गुजर रही पेटीएम पेमेंट बैंक को अब और ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। दरअसल, मीडिया में आई जानकारी के अनुसार पेटीएम के दो शीर्ष अधिकारियों ने अपना इस्तीफा कम्पनी को दे दिया है।
बताया ये भी जा रहा है कि ये दोनों ही अधिकारी पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर के बेहद करीबी थे और कम्पनी की स्थापना से ही कंपनी के साथ जुड़े हुए थे। वहीं पेटीएम कंपनी के दो शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे के बाद निवेशकों को तगड़ा झटका लगा है और शेयर बाजार में पेटीएम के शेयर करीब 5 प्रतिशत तक नीचे चले गए हैं। आईबीआई द्वारा लगाए गए बैन के बाद एक ओर जहाँ पेटीएम खुद को बचाने में लगी हुई है, वहीं शीर्ष अधिकारियों द्वारा दिए गये इस्तीफे से अब साफ़ हो गया है कि कंपनी के अंदर भी सब कुछ सही नहीं है।
कंपनी में थी अहम भूमिका
मीडिया में आई खबरों के अनुसार पेटीएम कंपनी के दो शीर्ष अधिकारी बिपिन गुप्ता और भावेश गुप्ता ने कम्पनी को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया है। अब तक की मिली जानकारी के अनुसार भावेश गुप्ता ने निजी कारणों का हवाला देते हुए कंपनी से अपना रिश्ता तोड़ा है। हालाँकि राहत की बात ये है कि भावेश गुप्ता सलाहकार के रूप में कम्पनी के साथ बने रहेंगे।
वहीं अगर बिपिन गुप्ता कि बात करें तो बिपिन गुप्ता पेटीएम कम्पनी से पिछले तीन साल से जुड़े हुए थे, इससे पहले बिपिन गुप्ता इंडसइंड बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और आईसीआईसी बैंक जैसी बड़ी कंपनियों में अहम पदों पर कार्य कर चुके थे। उनकी काबिलियत को देखते हुए कम्पनी ने उन्हें ऑफलाइन डिजिटल पेमेंट और रिटेल बिजनेस संभालने की जिम्मेदारी दी हुई थी।
इसके साथ बिपिन गुप्ता क्यूआर कोड, साउंड बॉक्स और कार्ड मशीन की भी जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी। इन सभी कार्यों को देखकर यही लगता है कि कम्पनी को इन दो बड़े अधिकारियों के जाने के बाद तगड़ा झटका लगेगा। अब देखना ये दिलचस्प होगा कि पेटीएम कम्पनी में कौन इन सभी कार्यों की देखरेख करेगा।
अगली पीढ़ी का नेतृत्व करेंगे मजबूत
पेटीएम कम्पनी में जारी इस्तीफों के बीच पेटीएम कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारी अजय विक्रम सिंह से जब इस बात पर चर्चा कि गई तो उन्होंने कहा कि ‘पेटीएम कम्पनी पुनर्गठन के दौर से गुजर रही है, इन सभी इस्तीफों को हम पुनर्गठन का नतीजा मानते हैं, हम इसे अगली पीढ़ी के नेतृत्व को मजबूत करना मान रहे हैं।’
आपको बता दें कि पेटीएम कम्पनी इस माह के अंत तक जनवरी से मार्च तक का तिमाही रिपोर्ट जारी करेगी, जिसमें यह देखा जायेगा कि कम्पनी का आने वाला दौर कैसा रहेगा। हालाँकि उससे पहले इस्तीफों के इस दौर से कम्पनी की चिंता ज्यादा बढ़ गई है।