लौंग (CLOVE) एक बहुत ही गुणकारी मसाला है। इसका उपयोग भारतीय घरों में स्वाद और औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता है। लौंग में एंटी-इंफ्लेमेटरी एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाता है। अगर लौंग को घी में भूनकर खाया जाए तो इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं। घी में मौजूद स्वस्थ वसा लौंग के पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करते हैं।
क्या कहते है डॉक्टर
डॉ. गीता श्रॉफ के मुताबिक, घी में लौंग (CLOVE) भूनकर खाने से पाचन, दांतों की समस्या, सर्दी-खांसी जैसी कई समस्याओं से राहत मिलती है। लौंग हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम, मस्तिष्क और हृदय के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह किसी भी प्रकार के संक्रमण और सूजन को कम करता है। छोटी सी लौंग में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
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CLOVE से मिलती है दांतों को मजबूती
एक रिपोर्ट के मुताबिक, लौंग में यूजेनॉल मौजूद होता है, जो एक सक्रिय यौगिक है। यह अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। लौंग में विटामिन सी मौजूद होता है जो शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इतना ही नहीं, इसमें मौजूद कैल्शियम और फास्फोरस हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है। साथ ही इसमें फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।
खूबियों का खजाना है CLOVE
अगर अन्य फायदों की बात करें तो इसमें पाया जाने वाला मैग्नीशियम मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है और तंत्रिका तंत्र को संतुलित करता है। घी और लौंग दोनों ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करते हैं, इनमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और विटामिन सी शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करता है। इससे सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। घी में लौंग बनाकर खाने से गले की खराश और कफ से भी राहत मिलती है। इसके सेवन से फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। इसका नियमित सेवन मौसमी बीमारियों से भी बचाता है।