Trying to throw dogs in the river by tying their mouths and legs: शनिवार 3 अगस्त को इस मामले का वीडियो सामने आया है. ई-रिक्शे में बोरियों के अंदर कुत्तों को बंद कर दो लोग नदी में फेंकने ले गए थे. जैसे ही उन्होंने पुल पर ई-रिक्शा रोका, तभी बोरियों के अंदर से कुत्तों के रोने-चिल्लाने की आवाज सुनकर बाइक से जा रहे युवक परिमल त्रिपाठी और बृजेश यादव वहां रुक गए.
Trying to throw dogs in the river by tying their mouths and legs: सतना जिले में कुत्तों के मुंह-पैर को रस्सी से बांधकर उन्हें बोरी में बंद कर नदी में फेंकने की कोशिश की गई. वहां से गुजर रहे दो बाइक सवार युवकों ने बोरियों के अंदर से कुत्तों की आवाज सुनी। जिसके बाद उन्होंने कुत्तों को बचाया और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने दो लोगों पर FIR दर्ज कर ली है. यह घटना शुक्रवार 2 अगस्त की है.
शनिवार 3 अगस्त को इस मामले का वीडियो सामने आया है. ई-रिक्शे में बोरियों के अंदर कुत्तों को बंद कर दो लोग नदी में फेंकने ले गए थे. जैसे ही उन्होंने पुल पर ई-रिक्शा रोका, तभी बोरियों के अंदर से कुत्तों के रोने-चिल्लाने की आवाज सुनकर बाइक से जा रहे युवक परिमल त्रिपाठी और बृजेश यादव वहां रुक गए.
उन्होंने ई-रिक्शा चालक और उसके साथी से बोरियों के अंदर से आ रही आवाज के बारे में पूछा तो वे गोलमोल जवाब देने लगे. इसके बाद बाइक सवार युवकों ने थोड़ी सख्ती दिखाई और उनसे बोरियां खुलवाई। जब बोरियां खोली गईं तो अलग-अलग 6 बोरियों के अंदर कुत्ते बंद थे. उनके पैर बंधे हुए थे. कुछ के मुंह भी बांध रखे थे.
बाइक सवार दोनों युवकों ने कुत्तों को बाहर निकलवाया और मुंह-पैर में बंधी रस्सी खुलवाई। इसके बाद बार-बार ई-रिक्शा में कुत्तों को आरोपियों से पूछा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो. बावजूद इसके आरोपियों ने कोई जवाब नहीं दिया। ई-रिक्शा चालक ने कहा कि उसे केवल भाड़ा देकर इस काम के लिए बुलाया गया था लेकिन किसने बुलाया था, इसका जवाब उसने नहीं दिया।
इस मामले पर सिटी कोतवाली टीआई शंखधर द्विवेदी ने कहा कि नंदू वंशकार और प्रदीप वंशकार निवासी बजरहा टोला सतना के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम की धाराओं में FIR दर्ज की गई है.