Trump Tariff On India : अमेरिका द्वारा भारत पर टैरिफ बढ़ाने और लगातार गैर-कर बाधाएं लगाने के बीच फिर से स्वदेशी पर चर्चा शुरू हो गई है। सोमवार को पीएम मोदी ने साफ कहा था कि स्वदेशी को हर भारतीय के जीवन का मंत्र बनाना चाहिए, क्योंकि यही भारत को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने का रास्ता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब दुनिया भर में व्यापार में संरक्षणवाद बढ़ रहा है, अमेरिका और यूरोप अपने उद्योगों को बचाने के लिए नए-नए रुकावटें डाल रहे हैं, और डॉलर से लेकर भुगतान प्रणाली व विश्व की आपूर्ति श्रृंखला तक का इस्तेमाल हथियार की तरह हो रहा है।
गांधी जी का स्वदेशी मंत्र फिर से हो सकता है कारगर
महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई के दौरान स्वदेशी को सिर्फ आर्थिक आंदोलन नहीं, बल्कि देश का सम्मान माना था। उन्होंने विदेशी कपड़ों को जला कर भारतीयों से अपने ही देश में बने सामान का इस्तेमाल करने का आग्रह किया था। गांधी जी का मानना था कि स्वदेशी सिर्फ आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं लाता, बल्कि यह हर नागरिक को राष्ट्र निर्माण में भागीदार भी बनाता है।
भारत के लिए आत्मनिर्भरता सबसे अच्छा विकल्प
आज जब दुनिया का व्यापार फिर से संरक्षण की ओर बढ़ रहा है, गांधी जी का यही स्वदेशी मंत्र फिर से जरूरी हो गया है। अमेरिका समेत कई विकसित देश अपने उद्योगों को बचाने के लिए कर और गैर-कर बाधाएं लगा रहे हैं। ऐसे में भारत के लिए आत्मनिर्भरता ही सबसे अच्छा विकल्प है।

यूपी ने स्वदेशी को दिया बढ़ावा
उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए एक खास विज्ञापन निकाला है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वह संदेश मुख्य रूप से दिखाया गया है, जिसमें उन्होंने हर भारतीय से स्वदेशी को जीवन का मंत्र बनाने की बात कही थी। इस विज्ञापन का संदेश है कि देश की आर्थिक आजादी और तेज़ विकास के लिए स्वदेशी सबसे मजबूत आधार है।
भारत के लिए स्वदेशी ही आत्मनिर्भरता का रास्ता
स्वदेशी जागरूकता मंच का कहना है कि भारत के सामने स्वदेशी और आत्मनिर्भर बनने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। संगठन का मानना है कि कोरोना महामारी के दौरान जब दुनिया भर का सामान बनाने वाली आपूर्ति श्रृंखला टूट गई थी, तब भी देश ने आत्मनिर्भरता का महत्व समझा। अब ट्रंप के कर कदमों ने भी भारत को सिखाया है कि हमें अपने उद्योग, किसान और तकनीक को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। आज भारत में बनी गाड़ियां पूरी दुनिया में बिक रही हैं। हाल ही में लॉन्च हुई इलेक्ट्रिक गाड़ी “e-VITARA” इसका उदाहरण है। यह विदेशी कंपनियों की गाड़ियों से एक-तिहाई सस्ती और अच्छी बताई जा रही है।
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