राजस्थान का खानपान वहां की संस्कृति, मौसम और जीवनशैली का जीवंत प्रतिबिंब है। इस क्षेत्र के व्यंजन न सिर्फ स्वाद में भरपूर होते हैं, बल्कि उनमें पोषण और देसी तकनीकों की झलक भी मिलती है। यहां प्रस्तुत हैं राजस्थान के दो प्रमुख और प्रसिद्ध व्यंजन – गेहूं की बाटी और दाल पंचमेल। ये दोनों व्यंजन मिलकर एक संपूर्ण पारंपरिक राजस्थानी थाली का निर्माण करते हैं। आइए इनकी आसान रेसिपी जानें।
गेहूं की आटा बाटी बनाने की सामग्री
- गेहूं का आटा – 2 कप
- नमक – स्वादानुसार
- अजवाइन – 1/2 चम्मच
- देसी घी – 1 कप
गेहूं की आटा बाटी बनाने की आसान विधि
आटे में नमक, अजवाइन और 2 चम्मच घी अच्छी तरह मिलाएं। गुनगुने पानी से आटा गूंध लें और आधे घंटे के लिए ढककर रख दें। ओवन को गरम करें और आटे से मध्यम आकार की लोई काटकर बाटी नुमा आकर बनाएं और धीमी आंच पर बाटियों को सुनहरा और कड़क होने तक सेंकें। तैयार बाटियों को गरम घी में कुछ देर डुबोकर रखें। इन्हें दाल पंचमेल के साथ गरमागरम परोसें।
दाल पंचमेल बनाने की आवश्यक सामग्री
- मिक्स 5 तरह की दाल – 1 कप
- हींग – चुटकीभर
- जीरा – 1/2 चम्मच
- साबुत गरम मसाले – आवश्यकतानुसार
- साबुत लाल मिर्च – 2
- टमाटर – 1 (कटा हुआ)
- अदरक-लहसुन का पेस्ट – 1/2 चम्मच
- प्याज – 1 (कटा हुआ)
- हरी मिर्च – 4 (कटी हुई)
- नमक – स्वादानुसार
- लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच
- हल्दी – 1/4 चम्मच
- धनिया पाउडर – 1/2 चम्मच
- कसूरी मेथी – 1/2 चम्मच
- तेल या घी – 2 बड़े चम्मच
दाल पंचमेश बनाने की आसान विधि
दालों को धोकर आधे घंटे तक पानी में भिगो दें। कुकर में दालें, थोड़ा नमक, हल्दी और 1 चम्मच घी डालकर दो सीटी तक पका लें। एक कढ़ाई में घी या तेल गरम करें। उसमें जीरा, हींग, साबुत मसाले और लाल मिर्च डालें। इसके बाद प्याज, हरी मिर्च और अदरक-लहसुन पेस्ट डालकर भूनें। कुछ देर बाद सूखे मसाले डालें और फिर टमाटर मिलाकर उसे पकने दें जब तक तेल ऊपर न आ जाए। पकी हुई दाल इसमें अच्छी तरह मिलाएं और ऊपर से हरा धनिया डालकर गरमागरम परोसें।
विशेष :- राजस्थान की यह पारंपरिक जोड़ी, बाटी और दाल पंचमेल, न सिर्फ स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह क्षेत्रीय खानपान की समृद्धता को भी दर्शाती है। आप भी इन्हें घर पर बनाकर राजस्थानी स्वाद का आनंद ले सकते हैं।