50th Year Of Emergency : आज देश में आपातकाल के 50 साल पूरे हो गए हैं। आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर भाजपा इसे ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने जा रही है। दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान संस्कृति मंत्रालय आजादी के इतिहास के काले अध्याय संविधान हत्या दिवस 2025 का आयोजन करेगा। इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम के जरिए भाजपा नई पीढ़ी को आपातकाल के काले अध्याय के बारे में बताएगी। साथ ही यह भी बताया जाएगा कि किस तरह आम लोगों के अधिकार छीने गए।
आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर कौन-कौन से कार्यक्रम होंगे?
- दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित सेंट्रल पार्क में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आपातकाल पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें आने वाले मीसा बंदियों का विशेष स्वागत किया जाएगा।
- वहीं, यूपी में भी आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूरे प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसका उद्देश्य लोकतंत्र के इस काले अध्याय के बारे में जानकारी देना है।
- भाजपा नेता और कार्यकर्ता छात्रों और आम नागरिकों तक पहुंचकर कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसमें भाजपा के केंद्रीय मंत्री, सांसद, संगठन पदाधिकारी हिस्सा लेंगे।
- सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ में कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। वहीं, यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मुरादाबाद में कार्यक्रम में शामिल होंगे।
- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य प्रतापगढ़ में और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बाराबंकी में काला दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे काला दौर। 50th Year Of Emergency
आपको बता दें कि 25 जून 1975 की आधी रात से ठीक पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगा दिया था। तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने गांधी की सलाह पर एक उद्घोषणा जारी की थी, जिसे बाद में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी थी। इस दौरान कई नेताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को जेल में डाल दिया गया और प्रेस की स्वतंत्रता पर भी अंकुश लगा दिया गया। 21 महीने तक लागू रहे आपातकाल को स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे काला दौर माना जाता है।
आपातकाल पर क्या बोले सिंधिया? 50th Year Of Emergency
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आपातकाल को याद करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि संविधान की प्रति लेकर घूमने वाले कांग्रेस नेताओं को हर साल 25 जून को पश्चाताप करना चाहिए। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने आपातकाल जैसे हठधर्मी फैसले लेकर संविधान की धज्जियां उड़ाईं, जबकि आज भाजपा संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।