Jabalpur Deputy Commissioner’s House Raid: डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के जबलपुर स्थित आधारताल के घर से वन विभाग ने 30 साल पुरानी बाघ की खाल बरामद की है। इस खाल का उपयोग आसन के रूप में किया जा रहा था। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने बुधवार को सरवटे के घर पर छापेमारी के दौरान यह खाल बरामद की। इस दौरान 5 करोड़ 89 लाख 95 हजार 624 रुपये की अनुपातहीन संपत्ति का पता चला।
Jabalpur Deputy Commissioner’s House Raid: आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के जबलपुर स्थित आधारताल के घर से वन विभाग ने 30 साल पुरानी बाघ की खाल बरामद की है। इस खाल का उपयोग आसन के रूप में किया जा रहा था। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने बुधवार को सरवटे के घर पर छापेमारी के दौरान यह खाल बरामद की, जिसके बाद वन विभाग ने वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज कर खाल जब्त कर ली।
EOW की छापेमारी में बड़ा खुलासा
EOW ने मंगलवार को सरवटे के जबलपुर, सागर और भोपाल स्थित ठिकानों पर एक साथ छापे मारे थे। इस दौरान 5 करोड़ 89 लाख 95 हजार 624 रुपये की अनुपातहीन संपत्ति का पता चला। बुधवार को भी EOW की टीम ने सरवटे के आधारताल और रामपुर स्थित आवासों के साथ-साथ करमचंद चौक के बैंक लॉकरों की तलाशी ली। सूत्रों के अनुसार, लॉकरों में और संपत्ति छिपे होने की संभावना है, जिसकी जांच जारी है।
वन विभाग करेगा पूछताछ
EOW द्वारा बाघ की खाल मिलने की सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए जबलपुर वन विभाग ने खाल को कब्जे में लिया। डीएफओ ऋषि शुक्ला ने बताया कि यह खाल लगभग 30 वर्ष पुरानी है और इसकी कीमत का आकलन अभी नहीं हो सका है। वन विभाग यह जांच करेगा कि खाल कहां से आई और इसे किसने प्रदान किया। इस मामले में सरवटे से अलग से पूछताछ की जाएगी।
भ्रष्टाचार के आरोप में जांच शुरू
जगदीश सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13(1)(B) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया था। 22 जुलाई को EOW ने जबलपुर के शंकर शाह नगर रामपुर स्थित सरकारी आवास, आधारताल के पैतृक मकान और भोपाल के बाग मुगलिया में छापेमारी की। साथ ही, सागर के शासकीय आवास की तलाशी भी सागर EOW टीम ने ली। अब तक की जांच में 5.89 करोड़ रुपये की अनुपातहीन संपत्ति, जिसमें नकदी, प्रॉपर्टी, निवेश और कीमती सामान शामिल हैं, सामने आई है।
जगदीश सरवटे का करियर
जगदीश सरवटे ने अपनी अधिकांश सेवा जबलपुर में बिताई है और हाल ही में उनका तबादला सागर हुआ था। वर्तमान में वे आदिम जाति कल्याण विभाग में डिप्टी कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं और जबलपुर के परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं।