Thursday Puja Mantra: इस चालीसा के पाठ से दूर होगी हर परेशानी

Thursday Puja Mantra

Thursday Puja Mantra: गुरुवार का दिन विष्णु भगवान को समर्पित है। इस दिन कई लोग विष्णु भगवान का व्रत भी रखते हैं। ऐसे में अगर आप भी गुरुवार का व्रत रखते हैं, तो इस दिन विष्णु चालीसा और कुछ खास मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए। जो कोई भी ऐसा करता है उसे हर समस्या से छुटकारा तो मिलता है और इसी के साथ उसे तरक्की और सम्मान की प्राप्ति भी होती है।

Thursday Puja Mantra
Thursday Puja Mantra

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विष्णु चालीसा का पाठ करें (Visnu Chalisa Ka Paath)

दोहा

विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय ।
कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय ॥

चौपाई

नमो विष्णु भगवान खरारी, कष्ट नशावन अखिल बिहारी ।
प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी, त्रिभुवन फैल रही उजियारी ॥
सुन्दर रूप मनोहर सूरत, सरल स्वभाव मोहनी मूरत ।
तन पर पीताम्बर अति सोहत, बैजन्ती माला मन मोहत ॥
पूरी चालीसा पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें- यहां पढे़ं श्री विष्णु चालीसा, जानें महत्व और लाभ

विष्णु भगवान की आरती (Vishnu Aarti)

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
ॐ जय जगदीश हरे।
जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का।
स्वामी दुःख विनसे मन का।
सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥
ॐ जय जगदीश हरे।
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूँ मैं किसकी।
स्वामी शरण गहूँ मैं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूँ जिसकी॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी।
स्वामी तुम अन्तर्यामी।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता।
स्वामी तुम पालन-कर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
स्वामी सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूँ दयामय, तुमको मैं कुमति॥
ॐ जय जगदीश हरे।
दीनबन्धु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
स्वामी तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठा‌ओ, द्वार पड़ा तेरे॥
ॐ जय जगदीश हरे।
विषय-विकार मिटा‌ओ, पाप हरो देवा।
पूरी आरती पढ़ने के लिए क्लिक करेंयहां- पढे़ं आरती, जानें महत्व और लाभ

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विष्णु मंत्र (Vishnu Mnatra In Hindi)

दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमी
ॐ बृं बृहस्पतये नम:।
ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:।
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।
ॐ गुं गुरवे नम:।

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Disclaimer: यह सूचना इंटरनेट पर उपलब्ध मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। हम लेख से संबंधित किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं। इसलिए किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृपया किसी जानकार ज्योतिष या पंडित की राय जरूर लें।

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