Sambhal Violence : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार को शाही जामा मस्जिद का सर्वे किया गया। इस दौरान यहां हिंसा भी भड़क उठी। जमकर पथराव हुआ। वाहनों में आग लगा दी गई। इस बीच जानकारी सामने आई है कि संभल हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने युवक को गोली मारी है। मृतक का नाम नईम खान है, उसकी उम्र 32 साल थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने 11:00 बजे सीईओ की मौजूदगी में फायरिंग की। एक गोली नईम को लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस भीषण हिंसा में 3 लोगों की गोली लगने से मौत। Sambhal Violence
इस पूरी हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई है। मृतकों के नाम नईम खान, बिलाल और नोमान हैं। तीनों के पोस्टमॉर्टम की तैयारी की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हिंसा के वक्त तीनों लड़के मस्जिद के पीछे वाली सड़क पर मौजूद थे। जहां आगजनी और पथराव हो रहा था। पुलिस की फायरिंग में तीनों की मौत हो गई। जिस दीवार पर पुलिस ने फायरिंग की, वहां लोहे के शटर पर भी निशान हैं। परिजनों का कहना है कि नईम प्रदर्शन में शामिल नहीं था। वह रिफाइंड तेल लेने अपनी दुकान पर जा रहा था। गोली लगने के बाद नईम को अस्पताल ले जाया गया, उसकी मौत हो गई।
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टीम शाही जामा मस्जिद में सर्वे करने पहुंची थी।
सर्वे टीम सुबह साढ़े सात बजे जामा मस्जिद में दाखिल हुई। करीब एक घंटे तक स्थिति सामान्य रही, फिर अचानक भीड़ आ गई। अलग-अलग गलियों से करीब एक हजार लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। पुलिस ने जब उन्हें वापस भेजने की कोशिश की तो उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते हिंसा भड़क गई।
उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर किया पथराव। Sambhal Violence
बता दें कि रविवार को संभल में करीब एक हजार लोगों की भीड़ ने उत्पात मचाया था। पुलिस टीम पर पथराव किया गया था। वाहनों में आग लगा दी गई थी। उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे।
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मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने का दावा। Sambhal Violence
एडवोकेट कमिश्नर द्वारा दी गई रिपोर्ट बताएगी कि सर्वे के दौरान वहां क्या मिला। इसे लेकर विवाद इसलिए है क्योंकि हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि मुगलकालीन यह मस्जिद प्राचीन हिंदू मंदिर की जगह पर है। इस दावे के बाद कोर्ट के आदेश पर वरिष्ठ वकील विष्णु शंकर जैन के नेतृत्व में एक टीम दूसरी बार सर्वे करने जामा मस्जिद के अंदर गई थी।
अखिलेश ने पूछा दूसरा सर्वे क्यों?
वहीं, सर्वे पर हंगामा बढ़ने के बाद अखिलेश यादव ने इसे लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने इस पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘जब सर्वे पहले ही हो चुका था तो दोबारा क्यों किया गया, वो भी सुबह-सुबह, कोई दूसरे पक्ष की बात सुनने वाला नहीं है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि वे (बीजेपी) तय कर सकें कि चुनाव के अलावा और क्या चर्चा करनी है।