पिछले कुछ दिनों से देशभर में परीक्षा और उसके प्रश्नपत्रों के लीक होने को लेकर काफी चर्चा हो रही है। आइए आपको पिछले 10 दिनों में देश की प्रतिष्ठित परीक्षाओं के साथ क्या-क्या हुआ, इसका संक्षिप्त ब्यौरा देते हैं। NEET-PG और CSIR-NET की परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं। इसके अलावा UGC-NET की परीक्षा रद्द कर दी गई। NEET UG परीक्षा के साथ ऐसा नहीं हुआ, लेकिन इस पर धांधली के जोरदार आरोप लग रहे हैं। विपक्ष लगातार पेपर लीक के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर रहा है। इसी बीच पीएम नरेंद्र मोदी का एक 12 साल पुराना पोस्ट वायरल हो रहा है। इसे लेकर कुछ लोग उनके काम करने के तरीके पर सवाल उठा रहे हैं।
ध्रुव राठी और केरल कांग्रेस ने उठाए सवाल
आइये सबसे पहले उस पोस्ट के बारे में जानते हैं जिस पर इतना विवाद हुआ है। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने 7 दिसंबर 2012 को ट्विटर (अब X) पर एक पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने जो लिखा था उसका हिंदी अनुवाद है, “अगर कोई छात्र पढ़ाई में कमजोर है तो उसे परीक्षा के दिन पहले ही प्रश्नपत्र दे दिया जाना चाहिए ताकि वह कुछ अंक हासिल कर सके।”
अब यूट्यूबर ध्रुव राठी (Dhruv Rathee) ने इस ट्वीट को कोट करते हुए सवाल पूछा है। राठी ने लिखा है, “नरेंद्र मोदी क्या कहना चाहते हैं?”
अब यूट्यूबर ध्रुव राठी (Dhruv Rathee) ने इस ट्वीट को कोट करते हुए सवाल पूछा है। राठी ने लिखा है, “नरेंद्र मोदी क्या कहना चाहते हैं?”
केरल कांग्रेस ने इस पोस्ट के बहाने नरेंद्र मोदी पर NEET परीक्षा घोटाले का आरोप लगाया है। केरल कांग्रेस ने लिखा, “तो NEET घोटाला उनका मूल विचार था। छात्रों, यह आदमी आपका प्रधानमंत्री है।”
मामला क्या है?
कुछ यूजर्स ने यह भी सवाल उठाया कि क्या यह नरेंद्र मोदी की ट्विटर आईडी है? क्योंकि उनका एक ट्विटर हैंडल है जिससे लगभग सभी परिचित हैं। @narendramodi के 9.9 करोड़ से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं। पीएम मोदी इस आईडी पर 2009 से ही सक्रिय हैं।
अब बात करते हैं उस आईडी की जिसकी चर्चा इस समय हो रही है। यह हैंडल भी पीएम नरेंद्र मोदी से जुड़ा हुआ है। दरअसल, पीएम मोदी की एक निजी वेबसाइट narendramodi.in है। यहां उनके भाषणों और कामों से जुड़ी चीजें अपलोड की जाती हैं। यह इस वेबसाइट का x हैंडल है जिससे ट्वीट किया गया था। 2011 में बनी इस आईडी को 2014 में ट्विटर ने वेरिफाई किया था।
अब संदर्भ को समझते हैं। अगर दशकों पहले लिखी गई कोई बात अचानक सामने लाकर फेंक दी जाए तो उस पर प्रतिक्रिया देने से पहले संदर्भ जानना ज़रूरी है। कई यूज़र इस बात को अच्छी तरह समझते हैं। इसलिए उन्होंने वायरल पोस्ट के नीचे कमेंट किया है। बताया जाता है कि मोदी का यह पोस्ट दरअसल एक तंज था जो उन्होंने उस समय यूपीए चेयरपर्सन और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी पर किया था।
संदर्भ समझाते हैं
पोस्ट का संदर्भ जानने के लिए हमने थोड़ी रिसर्च की। जब हमने ट्विटर के एडवांस्ड सर्च का इस्तेमाल किया तो पता चला कि मामला कुछ इस तरह है। नरेंद्र मोदी ने 7 दिसंबर 2012 को दोपहर 3:05 बजे ट्वीट किया था,
“मैडम सोनिया गांधी गुजरात में हैं, इसलिए हमने उनसे कुछ सवाल पूछे।”
इसी दौरान उन्होंने एक और ट्वीट किया,
“अगर कोई छात्र पढ़ाई में कमजोर है तो उसे परीक्षा के दिन पहले ही प्रश्नपत्र दे दिया जाना चाहिए ताकि वह कुछ अंक हासिल कर सके।”
इसी कड़ी में कुछ और ट्वीट भी थे.
अब अगर हम इन ट्वीट्स को संदर्भ में देखें तो समझ में आएगा कि नरेंद्र मोदी दरअसल सोनिया गांधी पर कुछ मुद्दों को लेकर राजनीतिक निशाना साध रहे थे। इसी बहाने उन्होंने सवाल पूछने का जिक्र किया और अगले ट्वीट में सोनिया पर कटाक्ष किया।
जिस समय यह ट्वीट किया गया, उस समय गुजरात में 2012 का विधानसभा चुनाव प्रचार चल रहा था। वेबसाइट narendramodi.in के अनुसार, तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी ने 7 दिसंबर 2012 को गुजरात में 7 चुनावी रैलियों को संबोधित किया था। इन रैलियों में उन्होंने सोनिया गांधी पर सवाल उठाए थे। उनके भाषण के कुछ हिस्से narendramodi.in के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए गए थे।