दिवाली के पावन पर्व में अब कुछ ही दिन शेष हैं रविवार 12 नवम्बर के दिन पूरे दुनिया में रोशनी के त्योहार दिवाली की धूम मचने वाली है। क्या अमीर, क्या गरीब, क्या बच्चे, क्या बूढ़े सब दिवाली के त्योहार को लेकर पूरे उत्साह के साथ तैयारियों में जुटे हुए है। दिवाली का त्योहार कार्तिक माह की अमावश्या को मनाया जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ माता लक्ष्मी और भगवन गणेश की पूजा की जाती है। दिवाली को मानाने के लिए कुछ शास्त्र सम्मत नियम क़ानून हैं जिनका पालन करके हम देवी लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं और अपना घर धन सम्पदा से भर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि दिवाली के दिन किन बातों का ध्यान रखें-
- दिवाली के दिन ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजे उठना चाहिए, देर तक नहीं सोना चाहिए।
- लक्ष्मी पूजन के लिए स्नान करने के बाद नए कपडे पहन कर ही फूल तोड़ना चाहिए बिना नहाए फूल तोड़ने से देवी नाराज हो सकती हैं।
- लक्ष्मी पूजन से पहले घर की साफ़ सफाई बहुत जरुरी है जिस कमरे में पूजन करना हो वहां साफ़ सफाई का विशेष धयान रखें। ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मी जी साफ़ जगह पर ही निवास करती हैं ।
- दिवाली के दिन नाखून और बाल भी नहीं कटाना चाहिए।
- दिवाली के दिन घर पर शांति का माहौल बनाए रखें, बेवजह किसी से वाद-विवाद न करें। खासकर स्त्री और बुजुर्गों का अपमान भूल कर भी न करें।
- दिवाली की शाम को घर पर भूल कर भी झाड़ू नहीं लगाना चाहिए ऐसा करना अपशगुन माना जाता है।
- घर के सभी कोनो पर दिया अवश्य जलाएं। पानी के स्रोत के पास दिए जलाने का खास महत्व होता है।
- दिवाली के दिन किसी भी प्रकार के नशे से परहेज़ करें और जुआं भी न खेलें। नशा करने से लक्ष्मी जी की कृपा नहीं होती।
- दिवाली के दिन शाम को नहीं सोना चाहिए और संभव हो तो रात के समय भी तो रात्रि जागरण करके लक्ष्मी स्तुति करनी चाहिए।
- दिवाली का पूजन नए कपड़े पहन कर ही करना चाहिए, पुराने और फटे हुए कपडे न पहनें और पूजन के समय काले कलर के कपड़े न पहनें।
- पूजन के समय तेज आवाज़ में आरती नहीं करना चाहिए और न ही तेज आवाज़ में ताली बजाना चाहिए। ऐसे मान्यता है कि लक्ष्मी जी को शोर शराबा पसंद नहीं है।
- दिवाली की रात घर पर अँधेरा न करें, पूजा कमरे में अखंड दीपक जला कर रखें और घर की लाइट रात भर जलने दें।
ऐसे मान्यता है कि दिवाली के दिन देवी लक्ष्मी स्वयं पृथ्वी लोक पर आकर भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती है। तो आप भी इन बातों का ध्यान रख कर माता की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपना घर खुशियों से भर सकते हैं।