Large Cap Stocks: इंडियन शेयर मार्केट में आने वाले टाइम में तेज़ी के अनुमान लगाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि Global ट्रेड वार चल रहा है, बावजूद उसके भारतीय अर्थव्यवस्था में तेज़ी रहने की संभावना है. इस बीच ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि आने वाले 12 माह में बेंचमार्क इंडेक्स 12% की रेट से ग्रोथ कर सकते हैं. प्रभुदास लीलाधर कैपिटल ने Nifty के लिए अपने 12 महीने के लक्ष्य को 27609 से बढ़ाकर 28,781 कर दिया है. ब्रोकरेज के Bull और Bear दोनों ही स्थिति के Target क्रमशः 30220 और 25903 के लेवल हैं. निफ्टी फिलहाल 25000 के दायरे में है.
India Strategy Report में बताए स्टॉक तेजी में रहेंगे
Prabhudas Leeladhar Capital ने 10 अक्टूबर को जारी अपनी ताज़ा इंडिया स्ट्रैटेजी रिपोर्ट में कहा कि घरेलू-केंद्रित क्षेत्रों का बेहतर प्रदर्शन जारी रहने की संभावना है, जिनमें Bank, NBFC, Auto, Retail, Defence, Metal और कंज़्यूमर ड्यूरेबल कैटेगरी की वस्तुएं शामिल होंगी. PL कैपिटल ने उन स्टॉक की भी लिस्ट दी जिन पर उसे बहुत विश्वास है. ऐसे स्टॉक में M&M, Tata Steel, SBI, अंबर एंटरप्राइजेज इंडिया और लेटेंट व्यू एनालिटिक्स को शामिल किया है.
FY 2025-27 अच्छी दर से बढ़ेगा
ब्रोकरेज को उम्मीद है कि Nifty EPS, FY 25-27 के दौरान 12.1% की CAGR दर से बढ़ेगा. वित्त वर्ष 26 के लिए 1,229 रुपये, वित्त वर्ष 27 के लिए 1,415 रुपये और वित्त वर्ष 28 के लिए 1,582 रुपये रहने का अनुमान है. वित्त वर्ष 26 और वित्त वर्ष 27 के ईपीएस अनुमानों में क्रमशः 1.9% और 2.1% की कटौती की गई.
FII की बिकवाली के बावजूद मार्केट स्टेबल
PL Capital ने कहा कि सामान्य मानसून, कम ब्याज दरों और जीएसटी कटौती, 85,000 करोड़ रुपये की FII बिकवाली और Global Tariff रुकावटों के बावजूद इंडियन मार्केट स्थिर बना हुआ है. GST 2.0 के इम्प्लिमेंटेशन और वित्त वर्ष 26 के केंद्रीय बजट में कर कटौती के लाभों से खपत में वृद्धि की उम्मीद है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि FY26 के पहले पांच महीनों में सरकार का कैपेक्स 43% बढ़ा है, जबकि मांग बढ़ने के साथ निजी पूंजीगत व्यय में भी तेजी आने की संभावना है. रिपोर्ट में बताया गया कि वित्तवर्ष 2026 में लागू होने वाला 8वां वेतन आयोग, वित्त वर्ष 27 में खपत को एक अतिरिक्त बढ़ावा देगा.
इन सेक्टर में तेज़ी की संभावना
Brokerage House ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आर्थिक गतिविधियों में तेजी से NBFC को अधिक डिस्ट्रिब्यूशन और मार्जिन का लाभ होगा. Cement, Metal और Oil & Gas क्षेत्र में मजबूत अर्निंग ग्रोथ का अनुमान है, जबकि बैंक, आवास वित्त कंपनियों और मीडिया के मुनाफे में गिरावट देखी जा सकती है. अपने मॉडल पोर्टफोलियो में ब्रोकरेज ने बैंकों, एनबीएफसी, ऑटो और मेटल स्टॉक का वैटेज बढ़ाया है, जबकि कैपिटल गुड्स, हेल्थकेयर सेक्टर और ऑइल एंड गैस में आवंटन कम किया है.