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प्रदेश के इन दिग्गजों के सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती!

Madhya Pradesh Political news:

Madhya Pradesh Political news: मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेता अपने घर में ही कैद हो गए हैं. कमलनाथ (Kamalnath), दिग्विजय सिंह(Digvijay Singh), शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) जैसे नेता अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं.

MP Lok Sabha Chunav 2024; प्रदेश की राजनीति के धुरी रहे बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेता इन दिनों सिर्फ अपने चुनावी क्षेत्र तक सिमित रह गए हैं. प्रदेश की राजनितिक फलक पर इनकी जगह दूसरी पीढ़ी के नेताओं ने ले ली है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सीएम फेस रहे कमलनाथ लोकसभा की घोषणा के बाद ही छिंदवाड़ा में डेरा डाले हुए हैं. इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह, शिवराज सिंह चौहान से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र से बहार नहीं निकल पा रहे है . कमलनाथ तो कह भी चुके हैं कि जब तक छिंदवाड़ा में वोटिंग नहीं हो जाती है. मैं नकुलनाथ को अकेला छोड़कर कहीं नहीं जाऊगा। यहां तक की कांग्रेस के घोषणा पत्र के दो दिन बाद सभी बड़े नेताओं की सयुक्त प्रेसवार्ता में भी कमलनाथ नहीं गए. विधानसभा चुनाव के दौरान एक दिन में दस-दस सभा करने वाले शिवराज सिंह चौहान भोपाल और विदिशा तक सिमित रह गए हैं.

राजगढ़ में पदयात्रा में जुटे दिग्गी राजा

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदेश भर में नेतृत्व करने वाले दिग्विजय सिंह राजगढ़ में पदयात्रा कर प्रचार में जुटे हैं. इसके आलावा वो सिर्फ भोपाल में सक्रीय हैं. आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया लोकसभा चुनाव के पहले से झाबुआ-अलीराजपुर- रतलाम में डेरा डाले हुए हैं. वे अन्य किसी आदिवासी बहुल सीट पर प्रचार करने नहीं निकले।

विदिशा और भोपाल तक सिमटे मामा

पार्टी ने शिवराज को विदिशा लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है. शिवराज विदिशा के बहार सिर्फ होशंगाबाद और छिंदवाड़ा में एक-एक बार ही गए हैं. भोपाल में घर होने के कारण यहां जरूर उनकी गतिविधियां नजर आती हैं, लेकिन प्रदेश के दूसरे हिस्सों मे न तो वे प्रचार के लिए जा रहे हैं, न ही प्रत्याशियों की और से उनकी ज्यादा डिमांड आ रही है.

सिंधिया का गढ़ तोमर संभल रहे

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र में सक्रीय हैं. इसके आलावा सिर्फ ग्वालियर में एक दो बार नजर आए हैं. प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्वालियर-चंबल में डेरा डाल लिया है. मुरैना में उनके करीबी शिवमंगल तोमर, ग्वालियर में भारत सिंह कुशवाहा और भिंड से संध्या राय प्रत्याशी हैं. तीनों टिकट तोमर ने दिलवाएं हैं, इसलिए इन्हे जिताने का जिम्मा भी पार्टी ने तोमर के कंधो में डाल दिया है.

चुनावी मैदान में इन नेताओं की बड़ी सक्रियता

भाजपा में शिवराज की जगह अब डॉ मोहन यादव हर दिन प्रदेश के किसी न किसी सीट पर रैली, सभा और रोड शो कर रहे हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा खजुराहों से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. शर्मा अपनी सीट के साथ आसपास सीट पर भी सक्रीय हैं. नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत मंत्री प्रह्लाद पटेल की सक्रियता चुनाव प्रचार में अधिक बढ़ गई है. कांग्रेस में प्रदेश स्तर पर प्रचार का सर्वाधिक दारोमदार प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर है. उनके आलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा समूहक दौरे कर रहे हैं. प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी मुख्यालय पर पार्टी के कार्यकर्ता में भी यही चारों नेता प्रमुख रूप से नजर आते हैं.

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