Kamal Nath Joining BJP Update: बीजेपी की कांग्रेस में सर्जिकल स्ट्राइक चरम पर पहुंच गई है. उधर इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे कहे जाने वाले कमलनाथ (Kamalnath) और उनके बेटे नकुलनाथ (Nakulnath) के भाजपा ज्वाइन करने की अटकलें चल रहीं हैं तो इधर विंध्य में भी बड़ा राजनीतिक बदलाव देखने को मिलने वाला है. ये ऐसा बदलाव है जो खुद बीजेपी के ही कुछ नेता नहीं होने देना चाहते।
Madhya Pradesh Congress Crisis LIVE: सूत्रों से खबर मिली है कि हर क्षण विचार और पार्टी बदल देने वाले कांग्रेस नेता और रीवा से सेमरिया के विधायक अभय मिश्रा एक बार फिर से यानी तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की जद्दोजहद कर रहे हैं. अभय मिश्रा वही नेता हैं जो 2018 से पहले बीजेपी, और उसके बाद कांग्रेस, 2023 में फिर बीजेपी और चुनाव से कुछ ही दिन पहले कांग्रेस में शामिल होकर सेमरिया से विधायक चुने गए थे. और अब एक बार फिर अभय बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
Vindhya Political News: मध्य प्रदेश बीजेपी में कुछ कद्दावर नेता हैं जो अभय मिश्रा की पार्टी में वापसी की कोशिश में लगे हुए हैं. अभय मिश्रा मध्य प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के करीबी माने जाते हैं. हालांकि डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल (Deputy CM Rajendra Shukla) को अभय मिश्रा का बीजेपी में आना पसंद नहीं आएगा। कहा जा रहा है कि नरोत्तम मिश्रा और वीडी शर्मा, विंध्य में ऐसा नेता तैयार करना चाहते हैं जो डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के सामने मुखरता से अपनी बात रख सके और जरूरत पड़ने उनका विरोध भी कर सके. अब पार्टी में ही पार्टी के नेता के खिलाफ आवाज उठाने वाले नेता की क्या जरूरत है ये तो मिश्रा और शर्मा की जोड़ी ही जानें।
देखा जाए तो बीजेपी विंध्य से कांग्रेस को ऑल आउट करने में लगी हुई है. कांग्रेस MLA अभय मिश्रा के अलावा सीधी के चुरहट से विधायक और पूर्व सीएम अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह राहुल को भी भाजपाई बनाने की तैयारी चल रही है. हालांकि ऐसे कयास विधानसभा चुनाव के दौरान ही लगने शुरू हो गए थे. अजय सिंह राहुल कांग्रेस से नाराज भी चल रहे हैं, और उन्हें कांग्रेस का शीर्ष नेतत्व नजरअंदाज कर रहा है
अजय सिंह ही नहीं उनके मामा और अमरपाटन से कांग्रेस विधायक राजेंद्र कुमार सिंह को भी भगवाधारी बनाने की कवायद जारी है. यानी कांग्रेस के मामा-भांजे की जोड़ी को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिला सकती है. अब ये देखने वाली बात होगी कि बीजेपी विंध्य से कितने कोंग्रेसियों को अपने पाले में ले लेगी। देश-प्रदेश में होने वाली हर राजनितिक घटना को शब्द सांची आप तक पहुंचाने का काम करता रहेगा