मैहर। एमपी के मैहर एवं रीवा जिले की सीमा क्षेत्र में संचालित महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एण्ड जू में रह रहे वन्य जीवों की सुरक्षा और ठंड से बचाने के लिए जरूरी कदम उठाए गए है। लगातार तापमान में आ रही गिरावट एवं शीतकालीन स्थिति को देखते हुये वन्यप्राणियों को ठंड से बचाव के लिए व्यवस्थाएं की गई है। संचालक महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर ने बताया कि मुकुन्दपुर में वर्तमान में 27 प्रजातियों के 110 वन्यप्राणी मौजूद है। उन्हे ठंड से बचाने के लिए व्यवस्था बनाई गई है। वन जीवों का दीदार करने के लिए प्रतिदिन पर्यटक पहुच रहे है।

इस तरह की गई है व्यवस्था
बताया गया कि रात्रि में वातावरण का तापमान 13 डिग्री तक नीचे जा रहा है, जिसके लिए मांसाहारी वन्य प्राणियों रॉयल बंगाल टाइगर, व्हाइट टाइगर, लायन, पेन्थर, स्लाथ वियर एवं वाइल्ड डॉग के नाइट हाउस में फिन ऑयल लगाए गए हैं। शाकाहारी वन्यप्राणियों के लिये नाइट हाउस एवं क्रॉल में धान के भूसे को फैलाया गया तथा उनके बैठने, पेड़ों के नीचे धान का पुआल को बिछाया गया है तथा ओस से बचाव के लिये अस्थाई झोपड़ी का निर्माण किया गया है। ठंडी हवा से बचाव हेतु क्रॉल के चारों तरफ ग्रीन नेट से कवर किया गया है। मंसाहारी एवं शाकाहारी वन्यजीवों को ठंड हवाओ से बचने के लिए नाइट हाउस में रात्रि में वेंटिलेशन कुछ स्थानों में बंद किया गया है। ठंड के समय में एनिमल की उपापचय दर कम हो जाने से भूख नहीं लगती है। इसके लिए आने वाले महीने में मांसाहारी वन्यप्राणियों के खुराक की मात्रा में बदलाव पशु चिकित्सक के निर्देशानुसार किया जा रहा है।
पंक्षियों के लिए भी बनाई गई व्यवस्था
वॉक इन एवियरी में पक्षियों को ठंड से बचाव के लिए घास से झोपड़िया बनाकर उनमें यूवी लाइट की व्यवस्था की गई है ताकि रात्रि के समय उनकी ठंड से बचाव की जा सके। पक्षियों को खुराक में अंडे और ब्रेड का मिक्सचर सनफ्लावर के बीज दिए जा रहे है ताकि फैट की मात्रा पक्षियों में ज्यादा जमा हो और पक्षी ठंड से खुद बच सके।
