पोर्टफोलियो में अगर आपने भी इन 4 स्टॉक को शामिल किया है तो सावधान हो जाने की जरूरत है. आपको बता दें कि विदेशी संस्थागत निवेशक यानी FII अपने बहुत सारे शेयर बेच रहे हैं. गौरतलब है कि, मार्च 2025 तक, FII की हिस्सेदारी घटकर इन शेयरों में 17.2 प्रतिशत रह गई है. वहीं इस दौरान, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) के पास 17.6%, प्रमोटरों के पास लगभग 52% और बाकी नियमित व्यक्तिगत निवेशकों के पास था.
बता दें कि, अप्रैल-जून 2025 तिमाही में, FII ने इंडियन स्टॉक्स में 386.7 अरब का निवेश किया. हालाँकि, जहाँ मुख्य शेयर बाजार सूचकांक स्टेबल रहे, वहीं स्मॉलकैप शेयरों का रुझान अलग था. साथ ही, कुछ जानी-मानी कंपनियों के स्टॉक में एफआईआई ने अपनी हिस्सेदारी को कम किया है.
Samhi Hotels ltd Share News
Samhi Hotels ltd ऐसी कंपनी है जो विभिन्न ब्रांडों के तहत होटलों का स्वामित्व रखती है. इसका प्रमुख बिजनेस होटल ब्रांड खरीदना और उनका विस्तार करना है. गौरतलब है कि, कंपनी के पास कुल 4,948 कमरों वाले 32 होटल हैं. ये होटल 14 शहरों में 10 अलग-अलग ब्रांडों के तहत संचालित होते हैं और लक्ज़री, मिड साइज और बजट फ्रेंडली होटलों की सहूलियत देते हैं.
ट्रेंडलाइन के अनुसार, FII ने जून तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 51.94 फीसदी से घटाकर 47.47 फीसदी कर दिया है. लेकिन इसी दौरान, DII ने अपनी हिस्सेदारी को बढ़कार 15.1 और पब्लिक शेयरहोल्डिंग 37.5℅ तक हो गई है. कंपनी का राजस्व 17 प्रतिशत बढ़कर 11.5 अरब हो गया है. ₹2.3 अरब के घाटे से कंपनी 86 करोड़ के प्रॉफिट में पहुँच गई है.
Aditya Birla Fashion and Retail Share News
आदित्य बिरला की बात करें तो इसका क्लोथिंग रिटेल बिजनेस है. जी हां यह कई तरह के प्रोडक्ट बेचता है, जिनमें किफ़ायती रोज़मर्रा के कपड़े, लक्ज़री फ़ैशन, पारंपरिक एथनिक परिधान और मुख्य रूप से ऑनलाइन बिकने वाले ब्रांड शामिल हैं. पैंटालून्स, स्टाइलअप, द कलेक्टिव, TMRW और सब्यसाची, शांतनु और निखिल, मसाबा, तरुण तहिलियानी, तस्वा और जयपुर जैसे जाने-माने डिज़ाइनर ब्रांड शामिल हैं.
ट्रेंडलाइन के अनुसार, FII ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 22.20 फीसदी घटाकर 17.63 फीसदी कर दिया है. DII ने स्टॉक में 251 बेसिस प्वॉइंट्स की हिस्सेदारी को कम किया, जिससे उनकी हिस्सेदारी 12.1 प्रतिशत रह गई है. वहीं, स्टॉक में पब्लिक शेयरहोल्डिंग 16.3% से बढ़कर 23.3% हो गई है.
Hi-Tech Pipes Share News
यह कंपनी स्टील पाइप और इसी तरह के प्रोडक्ट बनाती और बेचती है. वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही तक, इसकी सालाना प्रोडक्शन कैपेसिटी 7.5 लाख मीट्रिक टन तक पहुँच गई थी. कंपनी 19 राज्यों में 350 से ज़्यादा डीलरों और डिस्ट्रीब्यूटर्स के ज़रिए अपने प्रोडक्ट बेचती है और 100 से ज़्यादा ओरिजिनल इक्विपमेंट मन्यूफैक्चरर (OEM) के साथ काम करती है.
FII ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 8.96 फीसदी घटाकर 1.70 फीसदी कर दिया है. DII ने भी अपनी हिस्सेदारी को घटाकर 16.1 फीसदी कर लिया है.
ITD Cementation Share News
पहले यह थाईलैंड स्थित ITD थाई समूह का हिस्सा हुआ करता था. अब यह अडानी ग्रुप के स्वामित्व में है, जिसके पास पिछले मालिकों के शेयर खरीदने के बाद कंपनी का 67.5 फीसदी हिस्सा है. कंपनी भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए डिज़ाइन, इंजीनियरिंग, सामग्री खरीद और निर्माण सेवाएँ प्रदान करती है. इन प्रोजेक्ट में बंदरगाह, वाटर सप्लाई, सीवेज सिस्टम, बाँध, सड़क, रेलवे और मेट्रो सिस्टम शामिल हैं.
FII ने इसमें भी अपनी हिस्सेदारी को 13.95 फीसदी घटाकर 9.21 फीसदी कर दिया है. DII ने तो अपनी हिस्सेदारी को पहले के 6.1 फीसदी से घटाकर 0.8 फीसदी कर लिया है.