वेदर। वैज्ञानिक तौर पर सूर्य की किरणे जब सीधी धरती पर पड़ती है तो इस दौरान सबसे ज्यादा ताप और गर्मी होती है। जिसे नौतपा कहते है। ज्योतिष विद्र के अनुसार जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते है और उनकी ताप का सीधा असर धरती पर पड़ता है। यह काल नौतपा का माना गया है। 25 मई से 2 जून तक नौतपा रहा तो अब 2 जून को सूर्य रोहिणी नक्षत्र से बाहर निकलेंगे और नौतपा का समापन होगा, लेकिन गर्मी और तपन से राहत नही मिलने वाली है। एक पखवाड़े तक लोगो को अभी तेज गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
गर्मी से नही मिलेगी राहत
ज्योतिषगणना के अनुसार भले ही नौतपा का सामापन हो रहा हो, लेकिन गर्मी से अभी राहत नही मिलने वाली है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार नौपता समापन के बाद भी भीषण तपन 15 जून तक जारी रहेगा। इस दौरान तेज लू, उमस का असर खासा महसूस किया जाएगा। लोगो को गर्मी से बचाव के लिए अलर्ट रहना होगा यानि की नौतपा का भले ही समापन हो रहा है, लेकिन गर्मी और ताप से बचाव करने के लिए लोगो को खूब पानी पीना चाहिए। सफेद और ढीले कपड़ों का ज्यादा उपयोग करना चाहिए। धूंप में निकलने के दौरान सिर और चेहरे को सफेद कपड़ो से ढ़क के रखे। हल्का और ताजा भोजन करना स्वास्थ के लिए अच्छा होगा। अगर आप लापरवाही करते है तो इसका असर सीधे आपके स्वास्थ पर पड़ेगा।
रीवा में गर्मी और तपन से राहत मिलने की संभावना कम
नौतपा के समाप्त होने के बावजूद, रीवा, मध्य प्रदेश में गर्मी और तपन से राहत मिलने की संभावना कम है। यह एक सामान्य मौसम की स्थिति है जो नौतपा के दौरान होती है, और यह आमतौर पर मई और जून के महीने में होती है। जिससे तापमान में वृद्धि होती है। यह अवधि गर्मी और तपन के लिए जानी जाती है, और इसके बाद भी गर्मी जारी रहने की संभावना है, खासकर रीवा जैसे क्षेत्रों में जहां तापमान अधिक रहता है। हालांकि, कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि इस वर्ष नौतपा का पहला और दूसरा दिन सामान्य से कम गर्म रहा है लेकिन यह सामान्य नहीं है कि नौतपा के दौरान गर्मी कम हो, इसलिए यह संभव है कि कुछ दिनों के बाद फिर से गर्मी बढ़ेगी।