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रीवा के त्यौंथर में ऐसे शिक्षक जो अपना नाम तक नहीं लिख पाते, वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल

Rewa

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There are teachers in Rewa who can’t even write their names: रीवा जिले के त्यौंथर विकासखंड के चौरा प्राथमिक शाला में पढ़ाने वाले शिक्षक दिनेश द्विवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जो शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठा रहा है। वीडियो में शिक्षक दिनेश द्विवेदी बच्चों को पढ़ाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं और साफ कहते सुने जा रहे हैं, “अब तो जैसे-तैसे नौकरी पूरी हो जाए, बस वही काफी है।” यह बयान उनकी कार्यशैली और शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था को उजागर कर रहा है। जानकारी के अनुसार, दिनेश द्विवेदी की नौकरी के केवल दो साल बाकी हैं, और वह जल्द ही रिटायर होने वाले हैं। वायरल वीडियो में उनकी लापरवाही और पढ़ाने में अक्षमता साफ दिखाई दे रही है। शिक्षक का यह रवैया बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला बताया जा रहा है।

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स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों में इस वीडियो को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि जिन शिक्षकों पर बच्चों को गढ़ने की जिम्मेदारी है, अगर वही असमर्थ हों तो बच्चों की पढ़ाई और भविष्य का क्या होगा?ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग पर निगरानी में पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाया है। एक अभिभावक ने कहा, “हम अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल भेजते हैं, लेकिन मास्टर साहब खुद ढंग से पढ़ा नहीं पा रहे। ऐसे में बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है।” वीडियो के वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हलचल मच गई है, और मामले की जांच शुरू होने की बात कही जा रही है।

हालांकि, यह घटना एक बड़े सवाल को जन्म दे रही है कि क्या शिक्षा विभाग केवल वायरल वीडियो के बाद ही जागेगा? या फिर शिक्षा व्यवस्था की जड़ों में लगी इस सड़ांध को दूर करने के लिए कोई ठोस और दीर्घकालिक कदम उठाए जाएंगे? स्थानीय लोगों ने मांग की है कि शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और स्कूलों में शिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी की जाए। इस मामले ने एक बार फिर सरकारी स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था की बदहाली को सामने ला दिया है। अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग इस घटना को गंभीरता से लेता है या यह भी अन्य मामलों की तरह दबकर रह जाएगा।

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