Shabd Sanchi Special | Women’s Day | महारानी कुंदन कुंवरि की कहानी | रीवा रियासत | महिला दिवस प्रतिवर्ष 8 मार्च को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है, महिला दिवस महज एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होता है।
आज के समय में महिलायें प्रत्येक क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहीं हैं, लेकिन कुछ शताब्दियों पूर्व ऐसा नहीं था, लेकिन तब भी भारत के इतिहास में ऐसी बहुत सी महिलाएँ रहीं हैं, जिनके वीरतापूर्ण कार्य ने इतिहास में उन्हें अमर कर दिया, रानी दुर्गावती और रानी लक्ष्मीबाई ऐसी ही वीरांगनाएँ थीं, जिन्हें इतिहास में आज भी श्रद्धापूर्वक याद किया जाता है, लेकिन कुछ महिलाएँ ऐसी भी रहीं, जिन्हें इतिहास में वह जगह नहीं मिल पाई, जो उन्हें मिलनी चाहिए थी, ऐसी ही एक वीरांगन थीं रीवा रियासत की महारानी कुंदन कुंवरि, जिनके जोशपूर्ण मार्गदर्शन ने सैनिकों में ऐसा उत्साहवर्धन किया, लगभग निराश हो चुकी रीवा राज्य की सेना ने शत्रुओं से “नैकिहाई” के मैदान में वीरतापूर्वक युद्ध करते हुए, मराठा सेनानायक यशवंत राव की दस हजारी सेना को जबरजस्त शिकस्त दी। कौन थीं महारानी कुंदन कुंवरि और नैकहाई के युद्ध में उनके योगदान को आइए जानते हैं…