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5 जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, कड़े एक्शन की तैयारी में सेना

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार को सेना पर किए गए आतंकवादी हमले पर रक्षा सचिव गिरिधर अरमने ने दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि “मैं कठुआ के बदनोटा में हुए आतंकवादी हमले में पांच बहादुर जवानों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त करता हूं तथा शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.

लोगों में बढ़ता आक्रोश

सोमवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे. अब इस घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. लोग भारत सरकार से मांग कर रहे है कि आतंकियों पर बड़ा एक्शन लिया जाए। कई जगह इस पूरी घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया।

क्या है पूरा मामला?

22 गड़वाल राइफल्स के जवान नियमित पेट्रोलिंग पर थे। दोपहर लगभग 2 बजे के करीब जेंडा नाला के पास बदनोटा में सेना के 2 वाहनों पर अज्ञात आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और ग्रेनेड भी फेंके। इसके बाद किंडली पोस्ट पर आतंकवादियों और सेना/एसओजी के बीच मुठभेड़ हुई। आतंकियों का गिरोह मौके से भाग निकला। इस हमले में छह सैन्यकर्मी घायल हुए और चार की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को सूबेदार जिला अस्पताल बिलावर में भर्ती कराया गया। यहां नायक विनोद कुमार की मौत हो गई। आपको बता दे कि आतंकियों के पास से अमेरिका द्वारा निर्मित कई घातक हथियार मिले हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पूरी घटना पर दुःख जताया है. वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भी कई लोगों इस पूरी घटना पर दुःख जताया है.

कठुआ हादसे में जान गवाने वाले जावन

(1) जेसीओ (नायब सूबेदार) अनंत सिंह

(2) हेड कांस्टेबल:- कमल सिंह
(3) राइफलमैन:- अनुज सिंह
(4) राइफलमैन:- असरश सिंह
(5) नायक:- विनोद कुमार

वही 6 अन्य जवान घायल हो गए है.

अब तक 6 आतंकी ढ़ेर

दो दिनों के भीतर सेना ने 6 आतंकियों को ढेर कर दिया है. सेना पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रही है. आपको बता दे कि अभी और आतंकियों के छिपे होने की बात कही है.

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