आरोपी तेगा पारदी 18 वर्ष की उम्र पार करते ही अपराध की दुनिया में कदम रखा. साल 2001 में उसके खिलाफ पहला मामला दर्ज हुआ था. साल 2018 में उसके ऊपर बलवा समेत अन्य धाराओं में आखिरी केस दर्ज हुए थे. उसके बाद से वह फरार हो गया था.
मध्यप्रदेश के गुना में सोमवार 18 जुलाई की सुबह अस्पताल से एक कैदी तेगा पारदी फरार हो गया है. आरोपी अस्पताल के उसी वार्ड में भर्ती था, जिसमें हाल ही में पुलिस कस्टडी में मारे गए देवा पारदी का चाचा गंगाराम भर्ती था. बताया गया कि आरोपी तेगा पारदी, मृतक देवा के गांव का ही है. उसके ऊपर मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान में कुल 22 मामले दर्ज हैं.
आरोपी तेगा पारदी 18 वर्ष की उम्र पार करते ही अपराध की दुनिया में कदम रखा. साल 2001 में उसके खिलाफ पहला मामला दर्ज हुआ था. साल 2018 में उसके ऊपर बलवा समेत अन्य धाराओं में आखिरी केस दर्ज हुए थे. उसके बाद से वह फरार हो गया था.
पुलिस ने उसे 23 जून को गिरफ्तार कर गुना जेल भेज दिया था. मंगलवार 16 जुलाई को कैदी तेगा पारदी ने सीने में दर्द की शिकायत की थी. पुलिस ने उसे जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में भरा कराया। 17 और 18 जुलाई की रात उसने संतरी से कहा कि हथकड़ी कस रही रही है, इसे ढीली कर दो. सुबह 4 बजे अचानक संतरी को झपकी लगी. इसी दौरान हथकड़ी में से हाथ निकालकर वह फरार हो गया.
जांच के बाद पुलिसकर्मियों पर होगी कार्रवाई
मामले में ASP मान सिंह ठाकुर का कहना है कि आरोपी को 16 जुलाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 18 जुलाई की सुबह वह हथकड़ी खोलकर भाग निकला। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. संबंधित पुलिसकर्मियों पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
दो राज्यों की पुलिस पर कर चुका है हमला
जून 2018 राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा थाने की पुलिस गुना पहुंची थी. राजस्थान और गुना पुलिस की संयुक्त टीम ने 28 जून 2018 की शाम लगभग 7:45 बजे आरोपी को पकड़ने उसके गांव बीलाखेड़ी में दविश दी. पुलिस को देख पारदी अपने घरों से भागने लगे. पुलिस द्वारा उनका पीछा किया गया. सभी बदमाश खेतों में पानी भरे होने की वजह एक घर में रुक गए. वे हथियारों से लैस थे. इसके बाद पारदियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। जिससे पुलिस के वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. माहौल बिगड़ता देख पुलिस उल्टे पैर वापस लौटना पड़ा. इस मामले में 24 से ज्यादा लोगों पर मामला दर्ज किया गया. साथ ही तेगा पारदी पारदी पर 5 रुपए का इनाम घोषित किया गया था.