“The Last Leaf” Story Summary In Hindi: (अंतिम पत्ता) एक प्रसिद्ध कहानी है जो अमेरिकन लेखक ओ. हेनरी द्वारा लिखी गई थी। यह कहानी अवसाद और निराशा के बीच जीने की उम्मीद खोजने की कहानी है। कहानी दोस्ती और त्याग की भावना को भी दर्शाती है।
“The Last Leaf” कहानी का सारांश
कहानी में दो पात्र हैं, जॉनसी और सूसी, दोनों प्रिय सहेली रहती हैं। वे दोनों एक छोटे से अपार्टमेंट में रहती हैं। उनमें से एक लड़की जॉनसी निमोनिया से पीड़ित है और उसकी तबीयत बहुत खराब है। उसके घर के सामने एक पेड़ है, जो उसके कमरे के खिड़कियों से दिखता रहता है। वह उस पेड़ की पत्तियों को गिरते हुए देखती रहती है, जो उसके कमरे की खिड़की के बाहर है। उसने निराशावश अपने मन के अंदर एक धारणा बना ली है, उसे लगता है कि जब पेड़ का अंतिम पत्ता गिर जाएगा, तो उसकी मृत्यु हो जाएगी। अब चूंकि पतझड़ का मौसम है तो, तो उस पेड़ से रोज एक-एक पत्ता गिरता रहता है।
जॉनसी और सूसी का पड़ोसी एक बुजुर्ग चित्रकार बेहर्मन है। एक दिन सूसी अपनी सहेली की मनोस्थिति के बारे में, अपने पड़ोसी बुजुर्ग चित्रकार बेहर्मन से बताती है। पहले तो वह इस बात का मजाक उड़ाता है, लेकिन बाद में जब वह उसकी स्थिति से परिचित होता है। तो उसकी मदद करने का फैसला करता है। वह जानता है पतझड़ का मौसम है तो, तो एक ना एक दिन सभी पत्ते पेड़ से झड़ ही जाएंगे। इसिलिए वह सूसी के साथ मिलकर उसे बचाने की कोशिश करने लगता है। वह एक रात में उसी पेड़ के पत्ते के आकार की एक पेंटिंग करता है, और पेड़ की एक शाखा में जमा देता है। और ऐसे जमाता है, जो जॉनसी के कमरे की खिड़की से दिखती है रहे। ताकि जॉनसी को लगे कि पत्ता अभी भी है और उसके जीने की उम्मीद मिलती रहे।
चूंकि पतझड़ का मौसम चल ही रहा होता है, पेड़ के सभी पत्ते झड़ जाते हैं लेकिन कृत्रिम पत्ता होने की वजह से वह एक पत्ता नहीं झड़ता है। जॉनसी को लगता है कि पेड़ में अभी भी एक पत्ता है और इससे उसे उम्मीद मिलती है और वह धीरे-धीरे ठीक होने लगती है। लेकिन बेर्मन, जो खुद निमोनिया से पीड़ित था, अपनी जान गंवा देता है।
जॉनसी के ठीक होने के बाद सूसी उसे सारी बात बताती है, वास्तव में जॉनसी के ठीक होने के लिए बेहर्मन अपनी कला में अपना सर्वश्रेष्ठ देता है, अपनी आत्मा निचोड़ के रख देता है।
“The Last Leaf” कहानी का भावार्थ
इस कहानी का भावार्थ यह है कि मानवता, सहानुभूति, और आत्म-त्याग कितने महत्वपूर्ण हो सकते हैं। बेर्मन का जॉनसी के लिए अंतिम पत्ता पेंट करना एक ऐसा कार्य था जिसने जॉनसी की जान बचाई, लेकिन इसके लिए बेर्मन ने अपनी जान गंवा दी।
कहानी यह भी दर्शाती है कि कैसे एक छोटे से कार्य या एक छोटी सी उम्मीद किसी के भी जीवन को बदल सकती है। बस जरूरत है पतझड़ के मौसम में एक लास्ट लीफ की, जो जीने की उम्मीद देता रहे।
“The Last Leaf” पर आधारित फिल्म लूटेरा
रणवीर सिंह और सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत फिल्म लुटेरा, इसी कहानी पर आधारित है। इस फिल्म का निर्देशन विक्रमादित्य मोटवानी ने किया था। फिल्म 5 जुलाई 2013 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। हालांकि बॉक्स ऑफिस में यह एवरेज ही थी। लेकिन समीक्षकों द्वारा बहुत सराही गई थी। इस फिल्म का धीमा संगीत भी लोगों को बहुत पसंद आया था।