रीवा। मनगंवा एवं त्यौथर विधायक के फोटो का मामला अभी शांत भी नही हुआ और अब सत्तादल के ही देवतालाब विधायक गिरिश गौतम एवं मउगंज विधायक के बीच चल रही अंर्तकलह भी उभर कर सामने आने लगी है। विधायक गिरिश गौतम का वीडियों सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें विधायक श्री गौतम मऊगंज विधायक के कामों को लेकर सवाल उठाते हुए मऊगंज प्रशासन पर भी काफी आक्रोषित है।
कही यह बात
अपने जारी बयान में देवतालाब विधायक ने कहा कि किसी के दबाब में प्रशासन को काम नही करना चाहिए। विधायक जी सीतापुर आए थें, इससे साफ है कि उनके क्षेत्र में कोई समस्या नही रह गई है। वह चाहे पानी हो, सड़क हो या फिर.. जिससे वे दूसरे क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन कर रहें। प्रशासन को कानून के तहत काम करना चाहिए। उन्होने सीतापुर के मामले में कंहा कि कोई भी साक्ष्य अगर विधायक के पास है तो वह सार्वजनिक हो। यह पब्लिक के बीच में आना चाहिए। विधायक गिरिश गौतम ने कंहा कि जिस तरह की लड़ाई लड़ी जा रही है, इस तरह की लड़ाई लड़ने वालों का वजूद ही सामाप्त हो जाता है। यह हमने बहुत देखा है।
यह है मामला
ज्ञात हो कि हाल ही में देवतालाब विधानसभा क्षेत्र के सीतापुर में विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल एक मामले को लेकर अनशन पर बैठ गए थे। दबाब के चलते पुलिस कप्तान मऊगंज ने लौर थाना प्रभारी एवं पुलिस कर्मी को संस्पेड करके थाना से हटा दिया था। तो वही सोमवार को विधायक गिरिश गौतम का बयान अब सामने आ रहा है। जिसमें वे मऊगंज विधायक की हरकत पर जमकर सवाल उठाए, तो वही प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया है।
फिर गरमाई सियासत
ज्ञात हो कि रीवा और मऊगंज की 8 विधानसभा में से 7 विधायक बीजेपी के है। हाल ही में मनगंवा विधायक नरेन्द्र प्रजापति के एक पोस्ट से त्यौथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी की फोटो को हटाए जाने का मामला चर्चा में रहा तो वही अब मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल एवं देवतालाब विधायक गिरिश गौतम के बीच चल रहा अंर्तकलह सामने आने लगा है।