रीवा के किसान की मेहनत लाई रंग, मनाली के 10 पौधों से लहलहाया कश्मीर-शिमला का सेव

रीवा। रीवा के किसान दिलीप नामदेव ने कश्मीर-शिमला की हरी सेव के पेड़ न सिर्फ तैयार कर लिए बल्कि अब ये पेड़ ग्रीन एप्पल से लहलहा रहे है। कहते है कि इच्छा शक्ति से सब कुछ संभव होता है। उन्होने कश्मीर-शिमला की ग्रीन एप्पल को रीवा में तैयार करके यह साबित कर दिया है। तेज टम्प्रेचर के बाद भी कड़ी मेहनत करके सफलता पाई जा सकती है और वे इस फल को तैयार कर लिए। रीवा के किसान की बगीया में तैयार ग्रीन एप्पल दुकानों में बिक्री हो रहा है। यह फल मंहगा होने के कारण किसान को अच्छी आमदनी भी दे रहा है।

मनाली से लाए थें 10 पौधे

रीवा के किसान दिलीप बताते है कि उन्होने ग्रीन एप्पल के 10 पौधे मनाली से रीवा लेकर आए थें। जिनमें से 9 पौधे तैयार होकर पेड़ का रूप ले लिए और अब वे अच्छे फल दे रहे है। सेब के लिए कंम तापमान की जरूरत होती है। इसके लिए किसान ने बलुई जमीन तैयार करके पौधों के लिए ठंडक बनाया और फिर मनाली से लाए गए ग्रीन एप्पल के पौधों की बराबर देख भाल करके तैयार कर लिए। किसान का कहना है कि वे विशेषज्ञों से इसके लिए बराबर संपर्क भी करते थें, उनके सलाह से पौधों को उसी हिसाब से तैयार किए है।

मिलती है अच्छी कीमत

ग्रीन एप्पल दूसरे एप्पल की तुलना में ज्यादा मंहगा बिक्री होता है। किसान बताते है कि ग्रीन एप्पल की शुरूआती कीमत 200 रूपए के करीब है, जबकि दूसरे सेव सौ से डेढ़ सौ रूपए कीमत में बिक्री होते है। अच्छी कीमत होने के कारण रीवा के किसान को ग्रीन एप्पल से आमदनी भी हो रही है। उनका कहना है कि रीवा में फल होने से यहां के व्यापारियों को यह फल बिक्री के लिए मिल रहा है और उन्हे एक्सपोर्ट का खर्च बच जाता है।

सेहत से भरपूर है ग्रीन एप्पल

यह ग्रीन एप्पल सेहत से भरपूर होता है। यह वजन को कंम करने में अच्छा होता है। पाचन क्रिया को ठीक करता है। दॉतो और मसूड़ों को ठीक रखता है। त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनाता है। यह सुगर के मरीजों के लिए भी अच्छा फल होता है तथा हार्ट को अच्छा रखता है।

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