Raja Raghuvanshi Murder Case: फ्लैट मालिक शिलोम जेम्स ने शुक्रवार को पुलिस को सूचना दी, जब उन्होंने विशाल की तस्वीरें मीडिया में देखीं। जेम्स के अनुसार, उन्होंने पुलिस वेरिफिकेशन के लिए लसूड़िया थाने में जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अगर वेरिफिकेशन हुआ होता, तो सोनम पहले पकड़ी जा सकती थी।
Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में जांच के दौरान रोज नई परतें सामने आ रही हैं। पुलिस को पता चला है कि ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के बाद मुख्य आरोपी सोनम देवास नाका क्षेत्र की हीराबाग कॉलोनी में एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के फ्लैट में छिपी थी। इस फ्लैट को आरोपी विशाल उर्फ विक्की चौहान ने 30 मई को ब्रोकर के जरिए 17 हजार रुपये मासिक किराए पर लिया था। विशाल ने अपने पहचान पत्र पर एग्रीमेंट किया और 51 हजार रुपये एडवांस भुगतान किया था।
फ्लैट मालिक शिलोम जेम्स ने शुक्रवार को पुलिस को सूचना दी, जब उन्होंने विशाल की तस्वीरें मीडिया में देखीं। जेम्स के अनुसार, उन्होंने पुलिस वेरिफिकेशन के लिए लसूड़िया थाने में जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अगर वेरिफिकेशन हुआ होता, तो सोनम पहले पकड़ी जा सकती थी। यह बिल्डिंग हाईवे और रिंगरोड से जुड़ी है, जहां सीसीटीवी भी काम नहीं कर रहा था, संभवतः इसलिए आरोपियों ने इसे छिपने के लिए चुना।
राजा के परिजनों ने किया पिंडदान
शुक्रवार को राजा के परिजन उज्जैन के भैरवगढ़ स्थित सिद्धवट घाट पहुंचे, जहां तीर्थ पुरोहित पंडित राजेश त्रिवेदी ने राजा का पिंडदान कराया। इस दौरान सोनम का भाई गोविंद भी मौजूद था। राजा के भाई विपिन ने बताया कि गोविंद ने खुद फोन कर साथ आने को कहा था।
वहीं, राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। उनका कहना है कि इस हत्याकांड की पूरी सच्चाई सामने लाने के लिए यह जरूरी है। सचिन का दावा है कि इस साजिश में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनके नाम नार्को टेस्ट से उजागर हो सकते हैं। उन्होंने शक जताया कि सोनम की मां को उसकी राज से नजदीकियों की जानकारी थी, फिर भी 11 मई को शादी कराई गई।
सचिन ने मांग की है कि इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो और दोषियों को दोहरी उम्रकैद की सजा दी जाए। दूसरी ओर, सोनम के भाई गोविंद ने कहा कि उसकी बहन गुस्सैल और जिद्दी है, और उसके कृत्य ने न केवल इंदौर, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश का नाम बदनाम किया है। गोविंद के अनुसार, सोनम का अपराध माफी के लायक नहीं है।