Vidhwansak rifle : पाकिस्तान पर कहर बनकर टूटेगी राइफल विध्वंसक, क्या है इस राइफल की खासियत?

Vidhwansak rifle : ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों के तबाह होने के बाद पाकिस्तान काफी बौखला गया और इसी हताशा में उसने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की नाकाम कोशिश की। 8-10 मई को उसने 413 ड्रोन और 860 मिसाइलों से भारत के अलग-अलग शहरों में सैन्य ठिकानों और नागरिक इलाकों पर हमला करने की कोशिश की, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उसकी सारी कोशिशें नाकाम कर दीं।

ऑपरेशन सिंदूर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अहम भूमिका निभाई थी। हाल ही में उन हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिनसे पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट किया गया। प्रदर्शनी में बताया गया कि किस तरह इन हथियारों ने पाकिस्तान के लिए मुश्किलें खड़ी कीं।

Read Also : Ankita Murder Case: दो साल आठ महीने बाद कोर्ट ने सुनाया फैसला, हत्या के मामले में तीनों आरोपी दोषी करार

बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय में हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई

भारत के खतरनाक हथियारों में स्वदेशी विध्वंसक एंटी-मटेरियल राइफल भी शामिल है, जिसने पाकिस्तानी बंकरों, टावरों और निगरानी चौकियों को तबाह कर दिया और दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। 27 मई को जम्मू स्थित बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय में हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें बीएसएफ ने ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए हथियारों को प्रदर्शित किया, जिसमें विध्वंसक राइफलें, स्वचालित ग्रेनेड लांचर, 12.7 एमएम एंटी एयरक्राफ्ट गन और मीडियम मशीन गन (एमएमजी) शामिल हैं।

इस विध्वंसक राइफल की ताकत क्या है? Vidhwansak rifle

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारी राकेश कौशिक ने बताया कि विध्वंसक राइफल की रेंज 1300 मीटर से 1800 मीटर तक है। इसमें बैरल, बोल्ट और मैगजीन को जरूरत के हिसाब से बदला जा सकता है। एक मैगजीन में तीन राउंड होते हैं और यह दुश्मन के पिलबॉक्स, बंकर, टावर, ऑब्जर्वेशन पोस्ट और बख्तरबंद को तबाह कर सकता है। इसमें 14.5 एमएम और 20 एमएल का गोला-बारूद इस्तेमाल होता है।

विध्वंसक राइफल की खासियत क्या है? Vidhwansak rifle

विध्वंसक राइफल 1300 मीटर की रेंज तक निशाना साधती है और बंकर और बख्तरबंद को तबाह कर सकती है। अलग-अलग गोला-बारूद और बैरल के साथ, यह अलग-अलग मिशनों के लिए उपयुक्त है। बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीन सेना के जवान इसका इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विध्वंसक से पाकिस्तानी निगरानी चौकियों को तबाह किया गया।

विध्वंसक राइफल पूरी तरह से स्वदेशी है। Vidhwansak rifle

विध्वंसक एक स्वदेशी एंटी-मटेरियल राइफल है। यह मेक इन इंडिया हथियार भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इसे आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ARDE) और ऑर्डनेंस फैक्ट्री तिरुचिरापल्ली द्वारा विकसित किया गया है। साल 2024 में, BSF ने 40 विध्वंसक राइफलों का ऑर्डर दिया था।

अधिकारी ने कहा कि यह एक मिनट में 650-1000 राउंड कर सकता है और यह इतना तेज है कि पानी के बहाव को भी रोक सकता है। उन्होंने कहा कि इसका असर बहुत तेज है। इसने अपनी रेंज में आने वाली सभी चौकियों को बुरी तरह तबाह कर दिया।

Read Also : विरासत भी, विकास भी: टेम्पो से मेट्रो पर आया अपना इंदौर: कैलाश विजयवर्गीय

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *