रीवा। जिले के गुढ़ थाना क्षेत्र के गोर्गी गांव में वर्षो पुरानी दरगाह के गुंबद पर धार्मिक झंडा लगा होने एवं दरगाह में तोड़फोड़ की घटना से क्षेत्र में तनाव फैल गया। इस घटना की जानकारी लगते ही लोगो का हुजूम एकत्रित हो गया। तो वही धार्मिक उन्माद न फैले इसे देखते हुए गुढ़ में पुलिस बल तैनात किया गया है तो वही पुलिस सर्चिग कर रही है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को शांत कराया और उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा। पुलिस ने दरगाह के केयरटेकर की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और दरगाह में ऐसी हरकत करने वालों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की मौजूदगी में समाज के लोगों ने दरगाह की मरम्मत का काम शुरू करा दिया है।
गाजी मियां की है प्राचीन दरगाह
जानकारी के तहत रीवा के गुरथाना क्षेत्र के गोर्गी गांव के बाहर गाजी मियां की यह प्राचीन दरगाह है। रात के अंधेरे में कुछ लोगों ने दरगाह के कुछ हिस्सो में तोड़फोड़ करके गुंबद पर धार्मिक झंडा फहरा दिया था। मुस्लिम धर्माबलंबियों का कहना है कि रीवा जिले में ऐसी घटना नही हुई है। यह अमन-चैन को बिगाड़ने की साजिश है। गाजी मियां की यह दरगाह दोनों समुदायों के बीच आपसी भाईचारे का प्रतीक रही है। यहां हर समुदाय के लोग अपनी आस्था के साथ आते हैं।
ऐसे बनी थी दरगाह
बताते है कि 9वीं शताब्दी में गोर्गी शहर को चंदेल राजाओं ने बसाया था। इसे मठ-मंदिरों का शहर कहा जाता है। राजा के सिपहसालार गाजी मियां की मृत्यु के बाद उन्हें यहां दफनाया गया था और उन्हीं की याद में 9-10वीं शताब्दी में मजार बनी थी। दरगाह में हुई इस घटना के बाद पुलिस अधिकारी लगातार अपनी नजर बनाए हुए है और सभी से शांति एंव सौहार्द्र बनाए रखने की अपील किए है।