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Telangana CM रेवंत रेड्डी के 16 महिलाओं से संबंध!

तेलंगाना की राजनीति में एक बार फिर हंगामा मच गया है। भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं, जिसमें कहा गया है कि वे निजी हैकरों की मदद से राज्य के 118 विधायकों, 40 एमएलसी, 23 सांसदों और विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों के फोन टैप करवा रहे हैं। BRS विधायक पाडी कौशिक रेड्डी और डॉ. के. संजय ने हैदराबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया, जिसने कांग्रेस और BRS के बीच चल रही तल्खी को और बढ़ा दिया है।

BRS विधायक के गंभीर आरोप: 16 महिलाओं से संबंधों का दावा

BRS विधायक पाडी कौशिक रेड्डी ने मुख्यमंत्री रेड्डी पर निजी हमले करते हुए कहा, “रेवंत रेड्डी, अगर तुम इसी तरह बेवजह बोलते रहे, तो मैं उन 16 महिलाओं के नाम उजागर कर दूंगा, जिनके साथ तुम्हारे संबंध रहे हैं। मैं जानता हूं कि तुम जुबली हिल्स, दुबई और दिल्ली में कहां-कहां ठहरे थे।” कौशिक ने दावा किया कि यह जानकारी उन्हें कांग्रेस में रहते हुए मिली थी और ये केवल आरोप नहीं, बल्कि तथ्य हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रेड्डी ने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली महिलाओं के फोन भी टैप किए हैं।

फोन टैपिंग का दावा: नेताओं और हस्तियों पर नजर

BRS नेताओं ने आरोप लगाया कि रेवंत रेड्डी निजी हैकरों की मदद से न केवल विपक्षी नेताओं, बल्कि अपनी ही पार्टी के मंत्रियों और नेताओं के फोन टैप करवा रहे हैं। कौशिक रेड्डी ने दावा किया कि उनकी और उनकी पत्नी के फोन भी टैप किए गए हैं, जिसके खिलाफ उन्होंने पिछले साल 5 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। BRS नेता आर.एस. प्रवीण कुमार ने भी फोन टैपिंग के आरोपों को दोहराया और मांग की कि इस मामले की जांच CBI को सौंपी जाए, साथ ही हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच हो। उन्होंने संदेह जताया कि रेड्डी पेगासस स्पाइवेयर की मदद से यह निगरानी करवा रहे हैं।

रेड्डी का जवाब: फोन टैपिंग को बताया वैध

इन आरोपों के जवाब में, रेवंत रेड्डी ने दिल्ली में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि फोन टैपिंग गैरकानूनी नहीं है, बशर्ते इसे उचित अनुमति के साथ किया जाए। उन्होंने कहा, “सभी सरकारें फोन टैपिंग करती हैं। यह सुरक्षा कारणों से जरूरी है।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उनका फोन टैप किया गया था, और अगर ऐसा होता तो विशेष जांच दल (SIT) उन्हें नोटिस भेजता। इस बयान ने विवाद को और हवा दी, क्योंकि रेड्डी ने पहले BRS शासन के दौरान फोन टैपिंग के लिए उनकी आलोचना की थी।

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