Tejasvi Yadav CM Face : बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पटना पहुंचे। उन्होंने राबड़ी देवी के आवास पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से लंबी मुलाकात की। इस बैठक में सीट बंटवारे, चुनावी रणनीति और गठबंधन के कई अहम मुद्दों पर बातचीत की। महागठबंधन की ओर से कहा जा रहा है कि इस मुलाकात में सब कुछ सुलझ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा, “सभी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं, और मकसद है एनडीए की नीतियों के खिलाफ जनादेश लाना।” इस बीच गहलोत महागठबंधन के सीएम फेस का भी एलान कर दिया।
बिहार में तेजस्वी यादव होंगे महागठबंधन के सीएम फेस
आज, गुरुवार को पटना में महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है, जिसमें तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए जाने और साझा घोषणा पत्र जारी किए जाने की संभावना है। इस कार्यक्रम में घटक दलों के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही तेजस्वी यादव स्वयं मौजूद हैं। इससे पहले, होटल मौर्या में तैयार स्टेज पर तेजस्वी की तस्वीर लगी है, जिसके बाद कांग्रेस के जादूगर अशोक गहलोत ने महागठबंधन के सीएम फेस का एलान करते हुए तेजस्वी यादव के नाम पर मुहर लगा दी है।
‘आर्थिक न्याय’ पर आधारित होगा महागठबंधन का मेनिफेस्टो
महागठबंधन का घोषणा पत्र इस बार ‘आर्थिक न्याय’ पर केंद्रित होगा। रोजगार, शिक्षा, महिलाओं का भागीदारी और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी जाएगी। तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर कहा कि बैठक सकारात्मक रही, और गुरुवार को सभी मुद्दों पर स्पष्ट घोषणा की जाएगी।
एनडीए में सीएम फेस का एलान होगा चुनाव के बाद
हालांकि, एनडीए के नेता नीतीश कुमार को बिहार का मुखिया बनाने का दावा करते रहे हैं, लेकिन केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बयान ने सबको चौंका दिया। उन्होंने कहा था कि जीत के बाद ही तय किया जाएगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा। इस बीच, खबरें हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री पद की औपचारिक घोषणा भी हो सकती है। भाजपा का मानना है कि कांग्रेस ने अपनी प्रतिष्ठा गंवाई है, जबकि कांग्रेस का कहना है कि उनके बीच कभी कोई टकराव नहीं हुआ।

बिहार की राजनीति में नई हलचल
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता की जंग तेज हो गई है। जहां एनडीए अपने प्रत्याशियों के साथ जीत का भरोसा दिखा रहा है, वहीं महागठबंधन भी तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हो गया है। इस बार का चुनाव न केवल बिहार की राजनीति, बल्कि पूरे देश की राजनीति के लिहाज से भी खास माना जा रहा है। देखने वाली बात होगी कि इन दोनों ही गठबंधनों में से कौन बिहार की जनता का समर्थन हासिल कर बाजी मारेगा।
